देहरादून उत्तराखंड की राजधानी होने के साथ-साथ एक बेहद खूबसूरत पर्यटन स्थल भी है। यहां चारों ओर हरियाली, शांत वातावरण और मनमोहक नजारे देखने को मिलते हैं। चाहे आप धार्मिक यात्रा पर आए हों, प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेना चाहते हों या रोमांचक गतिविधियों का मज़ा लेना हो, देहरादून हर किसी के लिए खास है। यहां ऐतिहासिक स्थल, गुफाएँ, झरने और आध्यात्मिक जगहें सब कुछ मौजूद हैं। आइए जानते हैं देहरादून में घूमने की टॉप जगहों के बारे में विस्तार से।
सहस्रधारा (Sahastradhara)
सहस्रधारा देहरादून का सबसे प्रसिद्ध और खूबसूरत पर्यटन स्थल है। इसका मतलब होता है “हजारों धाराएँ” और यहां का झरना सचमुच पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देता है। यह जगह सल्फर के पानी के लिए मशहूर है, जिसके बारे में कहा जाता है कि यह त्वचा संबंधी रोगों में लाभकारी होता है। चारों तरफ हरियाली और शांत वातावरण इसे और आकर्षक बनाते हैं। मानसून के समय यहां का नजारा और भी शानदार हो जाता है। यह जगह परिवार और दोस्तों के साथ पिकनिक के लिए बेहतरीन है।
रॉबर गुफा (Robber’s Cave)
रॉबर गुफा देहरादून की सबसे अनोखी और रोमांचक जगहों में से एक है। इसे स्थानीय भाषा में “गुच्चू पानी” भी कहा जाता है। यह प्राकृतिक गुफा बीच से बहती नदी के कारण बेहद खास लगती है। लोग यहां पानी में चलकर और गुफा के अंदर ठंडे झरनों का आनंद लेते हैं। गर्मियों में यह स्थान सैलानियों के लिए स्वर्ग जैसा है। गुफा के अंदर चलना और बहते पानी का एहसास एक अलग ही रोमांच देता है। बच्चों और युवाओं के बीच यह जगह काफी लोकप्रिय है।
टपकेश्वर मंदिर (Tapkeshwar Temple)
देहरादून का टपकेश्वर महादेव मंदिर धार्मिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है। यह मंदिर एक गुफा में स्थित है, जहां शिवलिंग पर प्राकृतिक रूप से पानी की बूंदें टपकती रहती हैं। यही कारण है कि इसे टपकेश्वर कहा जाता है। महाशिवरात्रि और सावन के महीने में यहां भक्तों की भारी भीड़ होती है। मंदिर के आस-पास का प्राकृतिक वातावरण और शांत माहौल भक्तों को आध्यात्मिक अनुभव कराता है। यह जगह न केवल श्रद्धालुओं के लिए बल्कि पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र है।
फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट (FRI)
फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट देहरादून की पहचान मानी जाती है। ब्रिटिश काल में बना यह संस्थान अपनी भव्य इमारत और औपनिवेशिक वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है। यहां का कैंपस बेहद सुंदर और हरा-भरा है। फिल्म इंडस्ट्री में भी इस जगह का खूब इस्तेमाल हुआ है। यहां एक म्यूजियम भी है, जहां वन्यजीव और वनों से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी मिलती है। यह जगह न केवल पढ़ाई करने वालों के लिए बल्कि पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र है।

