Red Flags in a Relationship : प्यार काफी अलग चीज है. हम अपने पार्टनर के व्यवहार को बहाने देकर माफ कर देते हैं, यादें बदल देते हैं और खुद को मनाते हैं कि अगर मैं थोड़ी और कोशिश करूं तो सब बदल जाएगा. लेकिन धीरे-धीरे रिश्ते में कुछ ऐसा हो जाता है, जो हमें अंदर से कमजोर कर देता है.
हर रिश्ता परफेक्ट नहीं होता, लेकिन कुछ संकेत ऐसे होते हैं जिन्हें नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है. ये संकेत हमारा दिल टूटने से बचाते हैं और हमारी मानसिक शांति बनाए रखते हैं.
आपको छोटा महसूस कराना
अगर आपके पार्टनर आपकी बातों या आइडियाज को हंसी में उड़ा देते हैं, या आपको बच्चा सा महसूस कराते हैं, तो ये एक चेतावनी है. छोटे-छोटे हाव-भाव, मजाक या टोंट को धीरे-धीरे खत्म कर सकते हैं. जब आप अपनी बात कहने से पहले ही सोचने लगते हैं कि वे कैसे प्रतिक्रिया देंगे, तो ये संकेत है कि आपका रिश्ता पूरी तरह से आपका समर्थन नहीं कर रहा. प्यार आपको बढ़ने और सीखने का मौका देता है, डराने या छोटा महसूस कराने का नहीं.
हर चीज आपकी गलती बन जाना
अगर हर बार जब आप कोई शिकायत करते हैं, आपको ही दोषी ठहराया जाता है- तुमने ज्यादा सोच लिया, तुम बहुत भावुक हो तो ये एक खतरे की घंटी है. रिश्तों में बहस होना नार्मल है, लेकिन जिम्मेदारी न लेने वाला साथी आपको लगातार तनाव में रखता है. ऐसे रिश्ते में आपकी भावनाओं का सम्मान नहीं होता.
प्यार शर्तों पर आधारित होना
कुछ लोग प्यार तब ही दिखाते हैं जब आप उनकी बात मानते हैं या उनकी उम्मीदों पर खरे उतरते हैं. अगर आपको ऐसा महसूस होता है कि प्यार पाने के लिए आपको बदलना पड़ रहा है, तो ये सही रिश्ता नहीं है. सच्चा प्यार वही है जो आपको वैसे ही पसंद करे जैसे आप हैं, बिना किसी शर्त के.
धीरे-धीरे आपको अलग-थलग करना
कुछ लोग धीरे-धीरे आपका समाजिक दायरा सीमित कर देते हैं. वे आपकी दोस्तों या परिवार से दूरी बढ़ाने की कोशिश करते हैं, या ये जताते हैं कि केवल वही ही आपको समझ सकते हैं.
लगातार चिंता और बेचैनी महसूस होना
अगर आप हमेशा सतर्क रहते हैं, हर शब्द और हर कार्रवाई सोच-समझकर करते हैं, या उनके मूड को संभालते रहते हैं, तो ये मानसिक तनाव का संकेत है. आपका शरीर इसे पहले महसूस करता है, दिमाग बाद में.
Red Flags को नजरअंदाज करना जरूरी
प्यार में हम अक्सर अपनी भावनाओं और रिश्ते में निवेश के कारण इन संकेतों को नजरअंदाज कर देते हैं. हम बहाने बनाते हैं, सुधार की उम्मीद करते हैं और खुद को समझाते हैं. लेकिन अगर बार-बार कोशिश करने के बावजूद कुछ नहीं बदलता, तो खुद की भलाई के लिए दूरी बनाना जरूरी है.