How Billionaires Think: हाल ही में न्यूरोलॉजिस्ट और लिमिटलेस ब्रेन लैब की फाउंडर, डॉ. श्वेता अदातिया ने एक पॉडकास्ट में राज शमानी के साथ इस मुद्दे पर बात की कि आख़िर अरबपतियों का दिमाग आपके दिमाग से कैसे अलग होता है?
दो चीज़ें दिमाग को आकार देती हैं
जब उनसे पूछा गया कि क्या अरबपति अलग तरह से सोचते हैं, तो डॉ. अदातिया ने कहा कि दो प्रमुख कारक दिमाग को आकार देते हैं: माहौल और जेनेटिक्स। उन्होंने बताया, “प्रकृति और पोषण का कॉम्बिनेशन आपके दिमाग को खिलने में मदद करेगा।” “जिन लोगों में शुरू से ही एक चिंगारी होती है, वे अक्सर सफल होते हैं।”
उनके अनुसार, सफलता उद्देश्य की स्पष्टता पर निर्भर करती है। उन्होंने कहा, “फोकस, मिशन, विज़न और पर्पस, ये सभी एक व्यक्ति के लिए आवश्यक हैं,” और आगे कहा कि सक्रिय रूप से मन को फिर से संगठित करना संभव है। “बिल्कुल, मैं न्यूरो-मैनिफेस्टेशन में भी विश्वास करती हूँ। आपका मन और दिमाग कुछ भी हासिल करने के लिए पर्याप्त हैं।”
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दिमाग का ये हिस्सा होता हैं शक्तिशाली
डॉ. अदातिया ने अरबपतियों में फ्रंटल कॉर्टेक्स (दिमाग का एक हिस्सा) की भूमिका पर प्रकाश डाला। “एक अरबपति के दिमाग का फ्रंटल कॉर्टेक्स बहुत शक्तिशाली होता है। चाहे उन्हें कितनी भी चुनौतियों का सामना करना पड़े, वे कोशिश करते रहते हैं, लचीलापन और सहनशक्ति विकसित करते हैं।” उन्होंने आगे कहा कि इमोशनल डिटैचमेंट फोकस और अटेंशन को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने आत्मसंतुष्टि के प्रति भी आगाह किया। “कभी भी संतुष्ट न हों, क्योंकि आप आगे नहीं बढ़ पाएँगे। अवसर और विकास संतुष्टि से परे हैं। संतुष्ट रहना मूर्खता है।”
डॉ. श्वेता अदातिया की बातें दर्शाती हैं कि उद्देश्य और फोकस अरबपतियों कि ज़िन्दगी का अहम हिस्सा होता है जो अक्सर आम लोगों में नहीं पाया जाता।
यूज़र्स ने दीं प्रतिक्रियाएं
लोगों ने इस वीडियो की प्रशंसा की और अपनी प्रतिक्रियाएं भी दीं। एक यूज़र ने लिखा, “ये इतना प्रभावी था कि इसने मेरे इमोशंस और दिमाग के प्रति नज़रिये को बदल दिया”। दुसरे यूज़र ने कमेंट किया, “इससे मुझे समझ मिली कि मेरा दिमाग कैसे काम करता है, मेरा कंट्रोल कहां है और मुझे किन चीज़ों पर काम करने कि ज़रुरत है। मैं इस पॉडकास्ट के लिए वाकई आभारी हूँ।”
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