सोचिए, आप किसी दुकान में हैं या फोन पर ऑनलाइन स्क्रॉल कर रहे हैं, और अचानक दो प्रोडक्ट्स आपके सामने आते हैं: BB क्रीम और CC क्रीम। दोनों दिखने में एक जैसे हैं, सुनने में भी एक जैसे लगते हैं, लेकिन ब्यूटी एक्सपर्ट्स कहते हैं कि ये दोनों बिल्कुल अलग हैं.
क्या आप भी इस उलझन में पड़ जाते हैं कि आखिर अंतर क्या है? क्या अपनी मेहनत की कमाई खर्च करने से पहले आप यह पक्का करना चाहते हैं कि आप सही चीज़ चुन रहे हैं? चलिए, इस कंफ्यूजन को हमेशा के लिए दूर करते हैं और इसे बेहद आसान भाषा में समझते हैं.
BB और CC क्रीम इनका मतलब क्या है?
BB क्रीम: इसकी शुरुआत जर्मनी में हुई थी और पहले इसे स्किन को ‘हीलिंग’ (ठीक करने) देने वाले प्रोडक्ट के तौर पर इस्तेमाल किया जाता था. बाद में, कोरियन ब्यूटी इंडस्ट्री ने इसे एक ऐसे हाइब्रिड प्रोडक्ट के रूप में पेश किया जिसमें स्किनकेयर और मेकअप, दोनों के गुण थे.
CC क्रीम: इसे बाद में लाया गया, जिसका मुख्य उद्देश्य स्किन की रंगत (Skin Tone) को सुधारना और दाग-धब्बों को छिपाना था. आसान शब्दों में कहें तो CC क्रीम, BB क्रीम का ही एक एडवांस्ड वर्जन है जिसमें ‘कलर करेक्शन’ की खूबी जोड़ दी गई है.
BB क्रीम: जब आपको चाहिए ‘नेचुरल निखार’
अगर आप भारी मेकअप के बिना अपनी स्किन को थोड़ा बेहतर और फ्रेश दिखाना चाहते हैं, तो BB क्रीम आपके लिए बेस्ट है. आजकल “नो-मेकअप” लुक काफी ट्रेंड में है और BB क्रीम इसी के लिए बनी है.
BB का मतलब क्या है? BB का मतलब है ‘ब्यूटी बाम’ (Beauty Balm)। यह एक ऐसा बाम है जो वक्त के साथ आपकी स्किन की खूबसूरती बढ़ाता है और उसे हल्का सा परफेक्ट टच देता है.
यह कैसे काम करती है?
- हल्का अहसास: यह स्किन पर बहुत हल्की होती है और आसानी से ब्लेंड हो जाती है.
- नेचुरल फिनिश: यह छोटी-मोटी कमियों को ढककर चेहरे पर एक सॉफ्ट चमक लाती है.
- कमी: अगर आपके चेहरे पर गहरे निशान या आंखों के नीचे डार्क सर्कल्स हैं, तो यह उन्हें पूरी तरह नहीं छिपा पाएगी, क्योंकि यह भारी कवरेज के लिए नहीं बनी है.
CC क्रीम: जब स्किन को थोड़ी ‘एक्स्ट्रा मदद’ चाहिए
CC क्रीम को आप अपनी स्किन का ‘प्रॉब्लम सॉल्वर’ मान सकते हैं. इसका पूरा नाम है ‘कलर करेक्टर’ (Color Corrector)। यह खासतौर पर उन लोगों के लिए है जो असमान रंगत या पिगमेंटेशन से परेशान हैं.
यह BB क्रीम से कैसे अलग है?
- करेक्शन पर फोकस: जहाँ BB क्रीम सिर्फ चमक बढ़ाती है, वहीं CC क्रीम चेहरे की रेडनेस (लालिमा), डार्क पैच और असमान टोन को ठीक करने का काम करती है.
- बेहतर कवरेज: यह फाउंडेशन जितनी भारी तो नहीं होती, लेकिन BB क्रीम से थोड़ा ज्यादा कवरेज देती है.
- स्किनकेयर के फायदे: ज्यादातर CC क्रीम्स में एंटी-एजिंग और एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे गुण होते हैं, जो स्किन की समस्याओं को अंदर से ठीक करने में मदद करते हैं.
शादी, पार्टी या किसी खास मौके के लिए, जहाँ आप एक फ्लॉलेस (बेदाग) लुक चाहते हैं लेकिन भारी फाउंडेशन से बचना चाहते हैं, वहां CC क्रीम सबसे अच्छा विकल्प है.
सही चुनाव कैसे करें?
आपकी स्किन टाइप और जरूरत के हिसाब से यहाँ एक छोटा सा गाइड है:
| फीचर | BB क्रीम (Beauty Balm) | CC क्रीम (Color Correcting) |
| मुख्य काम | हाइड्रेशन और नेचुरल ग्लो | रंगत सुधारना और दाग छिपाना |
| कवरेज | बहुत हल्का (Sheer) | मध्यम (Medium) |
| स्किन टाइप | ड्राई या नॉर्मल स्किन के लिए बेस्ट | ऑयली या कॉम्बिनेशन स्किन के लिए बेस्ट |
| फिनिश | ड्यूई और फ्रेश | अक्सर सेमी-मैट |
प्रो टिप: अगर आपकी स्किन ड्राई है, तो BB क्रीम चुनें क्योंकि यह नमी देती है. अगर आपकी स्किन ऑयली है, तो CC क्रीम चुनें क्योंकि यह अक्सर मैट फिनिश में आती है और तेल को कंट्रोल करती है.
सीधी सी बात है अगर आप सिर्फ चेहरे को थोड़ा निखारना और फ्रेश दिखाना चाहते हैं, तो BB क्रीम उठाएं। लेकिन अगर आपको दाग-धब्बों या असमान रंगत को छिपाने की ज़रूरत है, तो CC क्रीम आपकी पक्की दोस्त है.
अस्वीकरण: यहाँ दी गई जानकारी केवल सामान्य शिक्षा के उद्देश्य से है. यह किसी डॉक्टर या स्किन एक्सपर्ट की सलाह का विकल्प नहीं है. अपनी स्किन के लिए कोई भी नया प्रोडक्ट इस्तेमाल करने से पहले पैच टेस्ट ज़रूर करें या डर्मेटोलॉजिस्ट से सलाह लें.

