UP Politics: उत्तर प्रदेश चुनाव में अभी लगभग 2 साल हैं लेकिन अभी से है राजनीति का आगाज हो गया है। 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सत्तारूढ़ गठबंधन में अनबन देखने को मिल रही है। दरअसल, योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री और निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. संजय निषाद ने गोरखपुर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। वहीँ जिसके चलते उन्होने बीजेपी को खुली चेतावनी दे दी है। इस दौरान उन्होंने धमकी देते हुए कहा कि, अगर भाजपा को लगता है कि उसे निषाद पार्टी से कोई फायदा नहीं हो रहा है, तो उसे गठबंधन तोड़ देना चाहिए। इस बयान के बाद यूपी की सियासत में अब हलचल मच उठी है, कहीं न कहीं ये इस बात का भी सिग्नल है कि निषाद पार्टी अपनी राजनीतिक अहमियत और मज़बूती से स्थापित करना चाहती है।
BJP को दे दी चेतावनी
वहीँ आपकी जानकारी के लिए बता दें, संजय निषाद ने यह बयान गोरखपुर में उस समय दिया जब उनकी पार्टी का स्थापना दिवस बड़ी धूम धाम से मनाया जा रहा था। निषादों, केवटों, मल्लाहों और बाकि नदी-तटीय समुदायों का प्रतिनिधित्व करने वाली निषाद पार्टी ने 2016 में अपनी स्थापना के बाद से पूर्वांचल की राजनीति में अपना सिक्का जमा लिया था। 2022 के विधानसभा चुनाव में निषाद पार्टी ने भाजपा के साथ गठबंधन में 15 सीटों पर चुनाव लड़ा और 6 सीटों पर जबरदस्त जीत दर्ज की। वहीँ आपकी जानकारी के लिए बता दें, संजय निषाद के बेटे प्रवीण निषाद भाजपा के टिकट पर संत कबीर नगर से सांसद हैं।
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खफा नजर आए संजय निषाद
संजय निषाद के इस बयान के बाद हर कोई हैरान है। उन्होंने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी को अपेक्षित सम्मान और हिस्सेदारी नहीं मिली। पूर्वांचल के कई जिलों में निर्णायक मतदाता समूह निषाद समुदाय को अनुसूचित जाति (एससी) में शामिल करने की उनकी मांग भी लंबे समय से अनसुनी रही है। संजय निषाद ने यह भी संकेत दिया कि अगर भाजपा उनकी पार्टी की अनदेखी करती रही, तो 2027 में एक नया राजनीतिक समीकरण बन सकता है।
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