Indian Railways special trains: इंडिगो की बड़ी संख्या में उड़ानें रद्द होने से देशभर में यात्रियों की परेशानी बढ़ गई है. इसी स्थिति को देखते हुए रेलवे ने अगले तीन दिनों में 89 विशेष ट्रेनें चलाने की घोषणा की है. ये ट्रेनें शनिवार से अलग-अलग जोन में संचालित होंगी और कुल मिलाकर 100 से ज्यादा फेरे लगाएंगी. रेल मंत्रालय ने बताया कि दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, बेंगलुरु, पटना और हावड़ा जैसे बड़े शहरों में ट्रेन यातायात की स्थिति का तुरंत आकलन किया गया. इसके बाद कम समय में ही विशेष ट्रेनों की व्यवस्था की गई ताकि फंसे हुए यात्रियों को राहत मिल सके.
रेलवे बोर्ड के सूचना एवं प्रचार के कार्यकारी निदेशक दिलीप कुमार के अनुसार, हालात के आधार पर विशेष ट्रेनों की संख्या और बढ़ाई भी जा सकती है. सभी जोन को उपलब्ध संसाधनों जैसे कोच और स्टाफ का पूरा उपयोग करने के निर्देश दिए गए हैं ताकि यात्रियों की सेफ यात्रा सुनिश्चित की जा सके.
यात्रियों को जानकारी पहुंचाने की कोशिश
अधिकारियों ने बताया कि यात्रियों को विशेष ट्रेनों की जानकारी देने के लिए अलग-अलग जोन और मंडलों में कोशिश की जा रही हैं. कुछ स्थानों पर रेलवे ने हवाईअड्डों तक जानकारी पहुंचाई है ताकि उड़ान रद्द होने से परेशान लोग सीधे ट्रेन का विकल्प चुन सकें.
दक्षिण पूर्व रेलवे ने इस संबंध में प्रेस विज्ञप्ति जारी की है और एयरपोर्ट अथॉरिटी को भी जानकारी प्रदर्शित करने के लिए कहा है.
कौन-कौन सी ट्रेनें चलेंगी
पश्चिम रेलवे
पश्चिम रेलवे सात विशेष ट्रेनें चलाएगा. ये मुंबई सेंट्रल–नई दिल्ली, मुंबई सेंट्रल–भिवानी, मुंबई सेंट्रल–शकूरबस्ती, बांद्रा टर्मिनस–दुर्गापुरा, वलसाड–बिलासपुर, साबरमती–दिल्ली और साबरमती–दिल्ली सराय रोहिल्ला मार्गों पर चलेंगी.
दक्षिण मध्य रेलवे
शनिवार को दक्षिण मध्य रेलवे ने चार विशेष ट्रेनों की घोषणा की, ताकि यात्रियों की बढ़ी हुई भीड़ को संभाला जा सके.
मध्य एवं उत्तरी रेलवे
मध्य रेलवे ने 14 और उत्तरी रेलवे ने 10 विशेष ट्रेनें चलाने की योजना बनाई है. अधिकारियों का कहना है कि संख्या में आगे और बदलाव किए जा सकते हैं. अन्य रेलवे जोन ने भी अपने यहां चलने वाली विशेष ट्रेनों और उनके समय की जानकारी जारी कर दी है.
इंडिगो उड़ानों में लगातार बाधा
पिछले पांच दिनों से इंडिगो की उड़ान सेवाएं गंभीर रूप से प्रभावित रही हैं. बड़ी संख्या में उड़ानें रद्द या विलंबित होने से यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा है. कई मामलों में यात्रियों का सामान भी समय पर नहीं मिल पाया. रेलवे द्वारा उठाया गया ये कदम ऐसे समय में आया है जब हजारों यात्री अन्य यात्रा तलाश रहे हैं. रेलवे का उद्देश्य है कि लोग सुरक्षित और समय पर अपनी मंजिल तक पहुंच सकें.

