मनीष मेहता की रिपोर्ट, Ranchi News: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी से जुड़े बहुचर्चित ‘मोदी सरनेम’ टिप्पणी मामले की सुनवाई बुधवार को निर्धारित थी, लेकिन किसी कारणवश एमपी-एमएलए विशेष अदालत में सुनवाई नहीं हो सकी। अदालत ने अब अगली सुनवाई की तारीख 27 अगस्त तय कर दी है। गौरतलब है कि इस मामले में 6 जुलाई 2024 को अदालत ने राहुल गांधी पर आरोप तय किए थे। इसके बाद से ही मामले की सुनवाई चल रही है। झारखंड हाईकोर्ट ने उन्हें व्यक्तिगत पेशी से छूट प्रदान की हुई है, इसलिए वे प्रत्येक तारीख पर अदालत में उपस्थित नहीं होते।
जाने पूरा मामला
यह मामला लालपुर, रांची निवासी अधिवक्ता प्रदीप मोदी की ओर से दायर शिकायत पर आधारित है। शिकायत में कहा गया था कि 2019 के लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान राहुल गांधी ने ‘मोदी सरनेम’ को लेकर ऐसी टिप्पणी की थी, जिससे पूरे मोदी समाज का अपमान हुआ। शिकायत के अनुसार, यह बयान व्यक्तिगत न होकर सामूहिक रूप से पूरे समाज की मानहानि करने वाला था।शिकायतकर्ता प्रदीप मोदी ने 23 अप्रैल 2019 को सिविल कोर्ट में अपना बयान दर्ज कराया था। इसमें उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी का कथन न केवल अपमानजनक था, बल्कि यह चुनावी माहौल को प्रभावित करने वाला भी था। बाद में मामले की सुनवाई एमपी-एमएलए कोर्ट में स्थानांतरित हुई, क्योंकि आरोपित व्यक्ति सांसद हैं और मामला उनके राजनीतिक बयान से जुड़ा हुआ है।
व्यक्तिगत पेशी में छूट की मांग
अदालत ने प्रारंभिक सुनवाई के बाद इस मामले में संज्ञान लिया और 6 जुलाई 2024 को भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत आरोप तय किए। राहुल गांधी की ओर से उनके वकीलों ने हाईकोर्ट से व्यक्तिगत पेशी में छूट की मांग की थी, जिसे मंजूर कर लिया गया।बुधवार को निर्धारित तारीख पर मामले की सुनवाई होनी थी, लेकिन कुछ कारणों से कार्यवाही आगे नहीं बढ़ सकी। अदालत ने अगली तारीख 27 अगस्त 2025 तय की है। इस दिन अदालत में आगे की कार्यवाही पर फैसला लिया जाएगा। माना जा रहा है कि अगली सुनवाई में गवाहों के बयान और साक्ष्य की प्रस्तुति जैसे अहम चरण शुरू हो सकते हैं।यह मामला राजनीतिक रूप से भी संवेदनशील माना जा रहा है, क्योंकि यह बयान 2019 के आम चुनाव अभियान के दौरान दिया गया था और तब से भाजपा और कांग्रेस के बीच इसे लेकर तीखी बयानबाजी होती रही है। अब 27 अगस्त को अदालत की अगली कार्यवाही पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।

