UP:एक अवैध प्रेम संबंध ने गाज़ियाबाद के एक युवक की जान ले ली। मृतक की पहचान अब्दुल वाहिद के रूप में हुई है, जिसकी लाश हाल ही में बुलंदशहर जिले के जंगलों में पाई गई। मामले की जांच में पुलिस ने जो खुलासे किए हैं, वो चौंकाने वाले हैं। हत्या का आरोप किसी और पर नहीं, बल्कि वाहिद की प्रेमिका और उसके पति पर है।
पुराने संबंध, नए विवाद
पुलिस के अनुसार, डासना निवासी अब्दुल वाहिद का गाजियाबाद के मधुबन बापूधाम क्षेत्र में रहने वाली एक महिला प्रियंका से कई दिनों से संबंध था। लेकिन प्रियंका अब उस रिश्ते को खत्म करना चाहती थी। जब उसके पति अमित चौधरी को इस संबंध की जानकारी मिली, तो उसने अपनी पत्नी को समझाया और वाहिद को दूर रहने के लिए कहा।प्रियंका ने भी वाहिद से साफ कह दिया था कि अब वह उससे कोई संबंध नहीं रखना चाहती, लेकिन आरोप है कि वाहिद जबरदस्ती करता था और बार-बार उसके घर चला आता था।
घर पहुंचा तो मच गया बवाल
जांच में सामने आया कि 25 जून को वाहिद एक बार फिर प्रियंका के घर पहुंच गया। प्रियंका ने अपने पति को सूचना दी, जिसने उसे वहां से जाने को कहा। लेकिन वाहिद न सिर्फ रुक गया, बल्कि पति से बहस करने भी लगा। इससे गुस्साए अमित ने प्रियंका से कहा कि वह खुद वाहिद को सबक सिखाए।आरोपियों ने बताया कि उसी दौरान प्रियंका ने लोहे की पाइप से वाहिद के सिर पर जोरदार वार कर दिया, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई।
शव को जंगल में फेंका, स्कूटी भी छिपाई
हत्या के बाद पति-पत्नी ने मिलकर शव को चादर में लपेटा और अपनी कार में रखकर बुलंदशहर के जहांगीराबाद थाना क्षेत्र के पास एक सुनसान जंगल में फेंक दिया। साथ ही, वाहिद की स्कूटी को उन्होंने अपने घर के पास झाड़ियों में छिपा दिया।
28 जून को बरामद हुआ शव, अब गिरफ्तारी
वाहिद की गुमशुदगी की रिपोर्ट 25 जून को उसके बेटे हामिद अली ने दर्ज करवाई थी। 28 जून को उसका शव बरामद हुआ और पुलिस को मामले की तह तक जाने में तीन दिन लगे। पूछताछ के बाद शुक्रवार को पुलिस ने आरोपी प्रियंका (31) और उसके पति अमित चौधरी (32) को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है।
पुलिस कर रही आगे की कार्रवाई
पुलिस का कहना है कि दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है और मामले से जुड़े सभी पहलुओं की जांच की जा रही है। यह केस न केवल प्रेम संबंधों की जटिलता को उजागर करता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि रिश्तों में जब संवाद टूटता है, तो नतीजे कितने खतरनाक हो सकते हैं।

