35 people given Indian citizenship: केंद्र सरकार ने नागरिकता (संशोधन) अधिनियम—CAA के तहत पात्र लोगों को भारतीय नागरिकता प्रदान करने की प्रक्रिया तेज कर दी है. गृह मंत्रालय द्वारा जारी नियमों के अनुरूप अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान से आए हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदायों के वे लोग, जो 31 दिसंबर 2014 या उससे पहले भारत में प्रवेश कर चुके थे, अब आधिकारिक रूप से नागरिकता के लिए आवेदन कर सकते हैं.
इसके लिए आवेदन केवल गृह मंत्रालय के ऑनलाइन पोर्टल और ‘CAA-2019’ मोबाइल ऐप के माध्यम से स्वीकार किए जा रहे हैं. नागरिक सुविधा केंद्रों (CSC) पर भी आवेदन जमा करने की व्यवस्था की गई है, ताकि राज्य के किसी भी हिस्से में रहने वाले लोग आसानी से प्रक्रिया पूरी कर सकें.
कई चरणों में होती है आवेदनों की जांच
आवेदनों की जांच कई चरणों में की जाती है. जिला स्तरीय समिति दस्तावेजों की पड़ताल करने के साथ-साथ व्यक्तिगत साक्षात्कार और स्थानीय सत्यापन कर रिपोर्ट तैयार करती है. इसके बाद यह रिपोर्ट राज्य स्तरीय सशक्त समिति को भेजी जाती है, जिसकी अध्यक्षता ओडिशा के जनगणना संचालन निदेशक करते हैं. अंतिम स्वीकृति के बाद पात्र आवेदकों को नागरिकता प्रमाणपत्र जारी किया जाता है.
1127 आवेदकों में से 35 लोगों को मिला नागरिकता प्रमाणपत्र
इसी प्रक्रिया के तहत कुल 1127 आवेदकों में से 35 लोगों को आज ओडिशा के मुख्यमंत्री द्वारा नागरिकता प्रमाणपत्र प्रदान किए गए. ये सभी मामले राज्य स्तरीय समिति की मंजूरी के बाद जारी किए गए हैं. सरकार के अनुसार, इससे न केवल आवेदकों को भारतीय नागरिकों के समान सभी अधिकार प्राप्त होंगे, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को भी सभी सुविधाएँ मिल सकेंगी.
ओडिशा के सीएम मोहन चरण माझी ने क्या कुछ कहा?
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने कहा,”आज ओडिशा में पहली बार सिटीजनशिप अमेंडमेंट एक्ट के तहत नबरंगपुर के 35 लोगों को नागरिकता प्रमाण पत्र प्रदान किया गया है. ओडिशा में सिटीजनशिप अमेंडमेंट एक्ट को कार्यान्वित किया जा रहा है. जो लोग पड़ोसी राष्ट्रों यानी पाकिस्तान अफगानिस्तान और बांग्लादेश में अल्पसंख्यक होकर रह रहे हैं उन पर बहुत अत्याचार किया जा रहा है. जैसे अल्पसंख्यक हिंदू,बौद्ध, जैन, ईसाई ,पारसी और सिख समुदाय. उन्हें पड़ोसी देश किसी भी तरह की सुरक्षा या सुविधा नहीं दे रहा है. अभी उन लोगों की जान चली जाती है तो कभी उनकी मां बहनों की इज्जत. अपने आप को सुरक्षित रखने और अपनी इज्जत बचाने के लिए पड़ोसी देश से लोग किसी भी तरीके से भारत चले आते हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने इसी को ध्यान में रखते हुए सीएए को कार्यान्वित किया.
नागरिकता मिलने पर ओड़िशा सरकार और केंद्र सरकार को किया धन्यवाद
नागरिकता मिलने वाले व्यक्तियों ने खुशी जाहिर की है. खुशी जाहिर करते हुए ओड़िशा सरकार और केंद्र सरकार को धन्यवाद दिए हैं. बांग्लादेश में उनके ऊपर हुए अत्याचार के बारे में भी बोल कैसे बांग्लादेश में उनके ऊपर अत्याचार हो रहा था उसी के बारे में बोले.
केंद्र सरकार का कहना है कि पूरी प्रक्रिया पूरी तरह डिजिटल, पारदर्शी और निर्धारित मानकों के अनुसार संचालित की जा रही है. इस अभियान को सफल बनाने में डाक विभाग, जिला प्रशासन और राज्य सरकार के अधिकारियों का विशेष सहयोग रहा है.

