हर माता-पिता अपने बच्चों की सेहत को लेकर सबसे ज्यादा चिंतित रहते हैं. आजकल बच्चों का खान-पान पहले जैसा नहीं रह गया फास्ट फूड और पैकेट वाले स्नैक्स उनकी रोजमर्रा की डाइट का हिस्सा बन चुके हैं. ऐसे में जरूरी है कि उन्हें ऐसे नेचुरल और पोषक आहार दिए जाएं जो उनकी हड्डियों, दिमाग और इम्यूनिटी को मजबूत बनाएं. दूध और केला ऐसी ही एक जोड़ी है जो शरीर को हर जरूरी पोषण देती है.
हड्डियों और दांतों को बनाता है मजबूत
दूध में मौजूद कैल्शियम और केला में पाया जाने वाला पोटैशियम बच्चों की हड्डियों और दांतों के लिए बेहद जरूरी हैं. यह दोनों मिलकर हड्डियों को मजबूत और दांतों को सफेद बनाए रखते हैं. बढ़ती उम्र में बच्चों की हड्डियों को पर्याप्त पोषण मिलना बहुत जरूरी होता है ताकि वे मजबूत और एक्टिव रहें. रोज़ाना दूध और केला खाने से उनकी हाइट और फिजिकल डेवलपमेंट पर भी अच्छा असर पड़ता है.
तुरंत एनर्जी देने वाला कॉम्बो
बच्चे दिनभर खेलते, पढ़ते और दौड़ते रहते हैं, जिससे उन्हें ज्यादा ऊर्जा की जरूरत होती है. केला प्राकृतिक शुगर और कार्बोहाइड्रेट से भरपूर होता है, जबकि दूध में प्रोटीन और फैट होता है. दोनों मिलकर शरीर को तुरंत एनर्जी देते हैं. स्कूल या खेल के बाद बच्चों को थकान महसूस न हो, इसके लिए दूध और केला एक परफेक्ट स्नैक है.
पाचन को रखता है स्वस्थ
कई बार बच्चों को कब्ज या पेट में भारीपन की शिकायत रहती है. केला फाइबर से भरपूर होता है जो पाचन क्रिया को दुरुस्त रखता है. दूध में मौजूद प्रोबायोटिक्स भी पेट के लिए फायदेमंद होते हैं. ये दोनों मिलकर बच्चे के पेट को साफ, हल्का और एक्टिव रखते हैं. इससे उन्हें पेट दर्द या अपच जैसी समस्याओं से राहत मिलती है.
दिमाग की शक्ति बढ़ाता है
दूध में विटामिन B12 और प्रोटीन होते हैं, जो ब्रेन सेल्स के लिए ज़रूरी हैं. केला विटामिन B6 से भरपूर होता है, जो दिमाग के कामकाज को बेहतर बनाता है. जब बच्चा रोज़ाना दूध और केला खाता है, तो उसकी एकाग्रता, याददाश्त और सीखने की क्षमता बढ़ती है. यह छात्रों के लिए एक सुपरफूड कॉम्बिनेशन कहा जा सकता है.

