आजकल सोशल मीडिया, ऑनलाइन विज्ञापन और टीवी पर तरह-तरह के दावे किए जाते हैं – “100% गारंटी”, तुरंत असर, बिना साइड इफेक्ट. सुनने में ये आसान समाधान लगते हैं, लेकिन हकीकत में ये हमारे शरीर को और ज्यादा नुकसान पहुंचा सकते हैं.
क्यों खतरनाक हैं ये फेक इलाज?
इनमें इस्तेमाल होने वाली सामग्री असली भी नहीं होती और शरीर को नुकसान पहुंचा सकती है.
कई बार किडनी, लिवर या दिल पर बुरा असर पड़ जाता है.
जब दवा असर नहीं करती तो इंसान और ज्यादा तनाव और निराशा महसूस करता है.
असली मदद कहाँ मिलेगी?
विशेषज्ञ मानते हैं कि अगर आपको सेक्स से जुड़ी कोई समस्या है – जैसे लिबिडो की कमी, इरेक्शन में दिक्कत, जल्दी थकान या दर्द – तो इसे नजरअंदाज करने के बजाय डॉक्टर से बात करनी चाहिए.
यूरोलॉजिस्ट, एंडॉक्राइनोलॉजिस्ट या सेक्सुअल हेल्थ विशेषज्ञ आपकी जांच करके असली वजह बताते हैं.
सही इलाज से न सिर्फ समस्या दूर होती है, बल्कि आत्मविश्वास और रिश्तों में भी सुधार आता है.
अपनी सेहत को प्राथमिकता दें
सेक्सुअल हेल्थ भी हमारी लाइफ का हिस्सा है, इसमें शर्म की कोई बात नहीं. अगर गला खराब हो तो डॉक्टर के पास जाते हैं, वैसे ही इंटिमेसी से जुड़ी परेशानी में भी मदद लेनी चाहिए.
कोई भी दवा बिना डॉक्टर की सलाह के न लें.
अपनी लाइफस्टाइल सुधारें – हेल्दी खाना, व्यायाम, पर्याप्त नींद और स्ट्रेस मैनेजमेंट बहुत असर डालते हैं.
अपने पार्टनर से खुलकर बात करें. बातचीत से आधी समस्या वैसे ही हल हो जाती है.
अगर आप वाकई अपनी सेक्सुअल हेल्थ को लेकर गंभीर हैं, तो विशेषज्ञ की सलाह लें. असली इलाज, सही जानकारी और धैर्य ही आपकी सेहत और रिश्तों को मजबूत बनाएंगे.
Disclaimer : प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. inkhabar इसकी पुष्टि नहीं करता है.

