Former DGP Mohammad Mustafa Son’s Death Case: पंजाब के पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा के बेटे अकील अख्तर की मौत के मामले में एक नया और बड़ा मोड़ सामने आया है. हरियाणा के पंचकूला में संदिग्ध हालात में हुई अकील की मौत ने हर किसी को परेशान कर दिया था. अब सीबीआई इस मामले की जांच करने में जुटी हुई है. केंद्र सरकार की मंजूरी के बाद सीबीआई ने इस केस में एफआईआर दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है.
सीबीआई की टीम ने मांगा जांच रिकॉर्ड
अब सीबीआई की टीम ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए पंचकूला पुलिस और एसआईटी से केस से जुड़ा पूरा रिकॉर्ड मांगा है. मृतक अकील की डायरी, मोबाइल फोन, व्हाट्सएप चैट और अन्य डिजिटल साक्ष्य अब जांच एजेंसी के कब्जे में आ चुकी है. तो वहीं, अधिकारियों ने जानकारी देते हुए कहा कि अकील की लिखी हुई डायरी इस केस को सुलाझने में पूरी तरह से मदद करेगी.
डायरी की हैंडराइटिंग की होगी फॉरेंसिक जांच
जानकारी के मुताबिक, सीबीआई डायरी की हैंडराइटिंग की फॉरेंसिक जांच करवाएगी जिससे यह साफ हो सकेगी कि सुसाइड नोट में हैंडराइटिंग क्या सच में अकील की थी या फिर किसी और ने लिखा था. इसके अलावा, सीबीआई के आईटी एक्सपर्ट अकील के मोबाइल और सोशल मीडिया डेटा को भी रिकवर करने की कोशिश कर रहे हैं. आने वाले समय में सीबीआई की टीम जल्द ही क्राइम सीन का एक बार फिर से निरीक्षण करेगी और उस डॉक्टर की टीम से भी पूछताछ करेगी जिसने अकील का पोस्टमार्टम कराया था.
पुराने वीडियो से केस में देखने को मिला नया मोड़
हांलाकि, अब इस मामले में अकील का पुराना वीडियो बयान है, जिसमें उसने अपने पिता मोहम्मद मुस्तफा पर अपनी पत्नी से अवैध संबंध होने के गंभीर आरोप लगाए थे. उसने कहा था कि उसे परिवार की तरफ से साजिश के तहत रास्ते से हटाया भी जा सकता है. इस वीडियो के वायरल होने के बाद हड़कंप मच गया था.
पूरे मामले में पंचकूला पुलिस कैसे कर रही है कार्रवाई ?
इस पूरे मामले में पंचकूला पुलिस भी गंभीरता के साथ जांच करने में जुटी हुई है. पंचकूला पुलिस ने पहले ही इस मामले में पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा, उनकी पत्नी और पूर्व मंत्री रज़िया सुल्ताना, अकील की पत्नी और बहन के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी थी. अब सीबीआई ने भी बीएनएस की धारा 103(1) और 61 के तहत जांच को ध्यान में रखते हुए कार्रवाई शुरू कर दी है.
सीबीआई के डिप्टी एसपी रिषिराज शर्मा के नेतृत्व में पांच अफसरों की टीम बनाई गई है जो हत्या, आपराधिक साजिश और सबूतों की कड़ी को जोड़ने में जुटी हुई है. फिलहाल, अब सबकी निगाहें उस डायरी और डिजिटल चैट पर है जो या तो सुसाइड का सच बताएगी, या फिर हत्या की कहानी लिखेगी.

