No War Countries: जंग रक ऐसा अल्फाज है जिसे हर कोई जानता है. ये एक शब्द लाखों जिंदगियां छीन लेता है. और कई देश ऐसे हैं जो एक दूसरे की होड़ के चक्कर में लाखों मासूमों की जिंदगी छीन लेते हैं. जंग का नाम सुनते ही मन में सिर्फ टैंकों, मिसाइलों, ड्रोन और बमों की आवाजें गूंजने लगती हैं. कई देश तो ऐसे हैं जो हर रोज ऐसी घटनाओं का शिकार होते हैं. रूस-यूक्रेन युद्ध थमने का नाम नहीं ले रहा है. वहीं 7 अक्टूबर की घटना के बाद से इज़राइल गाजा में तबाही वाला मंजर देखने को मिल रहा है. साथ ही सीरिया और ईरान पर भी बमबारी कर रहा है. पहलगाम हमले के बाद, भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के ज़रिए पाकिस्तान को उसकी ही भाषा में करारा जवाब दिया. यही होती है जंग. लेकिन आज भी कई देश ऐसे हैं जो बहुत ही शांति से रहते हैं. जिन्होंने आज तक कोई युद्ध नहीं लड़ा.
अगर हम इतिहास के पन्नों पर नज़र डालें, तो हमें ऐसे कई देश मिलेंगे जिन्होंने किसी न किसी रूप में युद्ध लड़े हैं. लेकिन कई ऐसे देश भी हैं जिनके वातावरण में कभी बारूद की गंध नहीं आई. आइए आपको बताते हैं उन देशों के बारे में.
आइसलैंड
1940 में अंग्रेजों ने इस पर आक्रमण किया था और यह नाटो का हिस्सा है. आइसलैंड की अपनी कोई सेना नहीं है. लेकिन, ऐतिहासिक रूप से, ब्रिटेन के साथ इसके “कॉड युद्ध” सैन्य विवाद थे, पारंपरिक युद्ध नहीं. कॉड युद्धों में 20वीं सदी में उत्तरी अटलांटिक में मछली पकड़ने के अधिकार को लेकर यूनाइटेड किंगडम और आइसलैंड के बीच कई संघर्ष हुए. हालाँकि, प्रत्येक संघर्ष आइसलैंड की जीत के साथ समाप्त हुआ.
कॉस्टा रिका
कोस्टा रिका ने 1948 में हुए गृहयुद्ध के बाद 1949 में अपनी सेना को भंग कर दिया और तब से शांति के लिए प्रतिबद्ध है.
सैन मैरिनो
दुनिया के सबसे पुराने गणराज्यों में से एक, सैन मैरिनो ने सदियों से अपनी स्वतंत्रता और तटस्थता बनाए रखी है. यह न केवल बड़े संघर्षों, बल्कि दो विश्व युद्धों से भी बच निकला है.
लिकटेंस्टाइन
यह छोटा यूरोपीय देश तटस्थता की नीति रखता है. इसने 1868 में अपनी सेना को समाप्त कर दिया था. यह अपनी रक्षा के लिए स्विट्जरलैंड पर निर्भर है.
वेटिकन सिटी
यह दुनिया का सबसे छोटा देश है. इसकी कोई सेना नहीं है. इसका गठन 1929 में हुआ था.
मॉरीशस
हिंद महासागर में स्थित इस द्वीपीय राष्ट्र के पास 1968 में अपनी स्वतंत्रता के बाद से कोई सेना नहीं है. यह अपने पड़ोसियों के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध बनाए रखता है और पर्यटन पर बहुत अधिक निर्भर करता है.
वानुआतु
दक्षिणी प्रशांत महासागर में स्थित इस देश को 1980 में स्वतंत्रता मिली थी, लेकिन यह कभी भी किसी औपचारिक युद्ध में शामिल नहीं हुआ.

