Casting Couch : स्नेहा वाघ इंडियन टेलीविजन इंडस्ट्री की एक जानी-मानी क्ट्रेस हैं, जिन्होंने ‘एक वीर की अरदास…वीरा’, ‘ज्योति’ जैसे फेमस टीवी शोज में अपनी खास पहचान बनाई है. हालांकि, उनके लिए ये सफर आसान नहीं था. इंडस्ट्री में अपना नाम बनाना उनके लिए स्ट्रगलों से भरा रहा है. हाल ही में स्नेहा ने कास्टिंग काउच जैसी समस्या पर अपनी राय शेयर की, जो अक्सर मनोरंजन जगत में चर्चा का विषय बनी रहती है.
कास्टिंग काउच पर स्नेहा का खुला बयान
टीवी से जुड़े एक इंटरव्यू में स्नेहा ने साफ कहा कि उनका कास्टिंग काउच से कोई लेना-देना नहीं रहा. उन्होंने बताया कि ये समस्या अधिकतर बॉलीवुड में देखने को मिलती है, जबकि टेलीविजन की दुनिया में ऐसा कम ही होता है. उनका मानना है कि उन्होंने इसे कभी अपने करियर में एक्सपीरिएंस नहीं किया क्योंकि वे ज्यादा एंबीशीयस नहीं हैं.
स्नेहा ने आगे कहा, “काम है तो है, नहीं है तो नहीं. घर में रहकर भी जीवन खुशहाल बनाया जा सकता है.” उन्होंने मी टू मूवमेंट का भी जिक्र किया और कहा कि इससे कुछ लोगों को फायदा मिला तो कुछ ने इसका दुरुपयोग भी किया. इस वजह से इंडस्ट्री में डर का माहौल बना है, जो ठीक नहीं है. उनका मानना है कि डर के बजाय सभी को एक-दूसरे की इज्जत करनी चाहिए.
स्नेहा का ये भी कहना है कि कास्टिंग काउच का मतलब है जब कोई किसी को मजबूर करके फायदा उठाता है, जो बिल्कुल गलत है. इस तरह की बातों से टैलेंट को भी नुकसान पहुंचता है इसलिए, जरूरत से ज्यादा एंबीशीयस होना ठीक नहीं है.
इंडस्ट्री में दोस्ती और रियलनेस का महत्व
स्नेहा ने अपने इंडस्ट्री के रिश्तों पर भी बात की. उन्होंने कहा कि उनके बहुत कम दोस्त हैं, केवल दो-तीन लोग ही हैं जिनसे वे बातचीत करती हैं और जिन्हें वो अपना वेल-विषर मानती हैं. उनका मानना है कि ऊपरवाले की कृपा से झूठे लोग उनके जीवन से दूर रहते हैं.
स्नेहा ने खुद को ईमानदार और सीधे-सादे स्वभाव का बताया. उनका कहना है कि वे फेक लोगों के साथ जुड़ नहीं सकतीं क्योंकि वे शुरुआत से ही रियल रहना पसंद करती हैं. अगर उन्हें कुछ अच्छा नहीं लगता तो वे खुलकर कह देती हैं. इसी कारण से कई लोग उनसे डरते भी हैं.
स्नेहा वाघ का करियर
स्नेहा वाघ ने ‘छठी मैया की बेटियां’ जैसे धारावाहिकों में अपनी एक्टिंग का जलवा दिखाया है. वे बिग बॉस मराठी का भी हिस्सा रह चुकी हैं, जहां उन्होंने लोगों का दिल जीता. उनकी पर्सनल लाइफ भी कई बार मुश्किल दौर से गुजरी है, लेकिन उन्होंने हमेशा अपनी मजबूती और ईमानदारी से चुनौतियों का सामना किया है. उनके फैंस उन्हें बेहद प्यार करते हैं और उनके काम को सराहते हैं.
स्नेहा का सफर ये दिखाता है कि टैलेंट और ईमानदारी के साथ संघर्ष करते हुए भी सफलता पाई जा सकती है, भले ही इंडस्ट्री में चुनौतियां कितनी भी बड़ी क्यों न हों.

