Dev Anand Suraiya Love story: हिंदी सिनेमा में कलाकारों का काम करने के दौरान प्यार हो जाना साधारण बात है. बॉलीवुड में ऐसे एक्टर और एक्ट्रेसेस की एक लंबी फेहरिस्त है, जो काम के दौरान एक-दूसरे के इश्क में गिरफ्तार हो गए. कई स्टार्स ने प्यार को अंजाम तक पहुंचाया और शादी कर ली, जबकि कई कलाकारों की मोहब्बत का अफसाना अधूरा रह गया. कलाकारों ने एक-दूसरे से प्यार तो टूटकर किया, लेकिन शादी तक बात आते-आते यह टूट गया. फिल्म इंडस्ट्री के शुरुआती दौर में भले ही पर्दे पर प्यार को बड़ी ही शिद्दत से फिल्माया जाता था, लेकिन जाति और धर्म की बंदिशें और दीवार बहुत मजबूत थी. फिल्म इंडस्ट्री में बहुत कम लोग थे, जो इस बंदिश और दीवार को ढहाकर अपना मुकम्मल प्यार हासिल कर पाए. बहुत से कलाकारों का प्यार अधूरा रह गया. आज हम यहां पर बात कर रहे हैं महान फिल्मकार देव आनंद की, जिनका प्यार धर्म की बंदिशों के चलते अधूरे अफसाने में तब्दील हो गया.
करियर के पीक पर हुआ प्यार
अपने जमाने की मशहूर एक्ट्रेस और सुरीली आवाज की धनी सुरैया और सदाबहार एक्टर का तमगा हासिल कर चुके देव आनंद की लव स्टोरी बॉलीवुड की उन कहानियों में शुमार हो गई, जिसमें मिलना, प्यार होना और सदा के लिए बिछड़ना था. कुल मिलाकर फिल्म इंडस्ट्री के 2 कलाकारों देव आनंद और सुरैया का प्यार अधूरा रह गया. यह दौर था जब सुरैया की सुरीली आवाज ही नहीं बल्कि उनकी खूबसूरती और पर्दे पर उनकी अदायगी के लाखों लोग दीवाने थे. सुरैया की पर्दे पर एक मुस्कान दर्शकों को घायल कर जाती थी. कहा जाता है कि सुरैया बतौर नायिका अपनी फिल्मों को हिट कराने का माद्दा रखती थीं. सुरैया करियर के पीक पर थीं. उनकी गायिकी के साथ उनकी अदायगी पसंद की जाती थी. कहा जाता है कि वह प्रति फिल्म ₹1 से ₹2 लाख लेती थीं, जिससे वह भारत की सबसे ज़्यादा कमाई करने वाली अभिनेत्रियों में से एक बन गईं. यहां तक कई फिल्मों में उन्हें दिलीप कुमरा से भी ज्यादा मेहनताना लिया. अपनी एक्टिंग और अदायगी से लोगों को दीवाना बनाने वाले देव आनंद (dashing Dev Anand) भी बेहद हैंडसम थे. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुरैया और देव आनंद का अफेयर फिल्म की शूटिंग के दौरान पनपा, लेकिन सामाजिक बंधनों और पारिवारिक दबाव के साथ-साथ धर्म की वजह से कारण बिखर गया.
एक्ट्रेस नहीं युवाओं के दिलों के धड़कन थीं सुरैया (Suraiya heartthrob of the youth)
अपने दौर में सुरैया सिर्फ़ एक बॉलीवुड स्टार नहीं थीं बल्कि वह एक सनसनी थीं. उनका स्टाइल, पहनावा और मुस्कुराना ही लड़कों की दिलों पर ही छुरिया नहीं चलाता था बल्कि लड़कियां भी उनके अंदाज पर फिदा था. बहुत सी लड़कियों ने सुरैया की तरह हेयर स्टाइल तक करना शुरू कर दिया था. सुरैया बहुत ही टैलेंटेड एक्ट्रेस और सिंगर थी. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो अपने हुनर को निखारने के लिए सुरैया ने महज 9 साल की उम्र में ही फ़िल्मों के लिए गीत गाने शुरू कर दिए थे. वह सिर्फ 14 साल की रही होंगी जब वह बॉलीवुड की अभिनेत्री बन चुकी थीं. सुरैया की खूबसूरती, अदायगी और गायिकी का जादू फिल्म प्रॉड्यूसर्स के साथ दर्शकों पर ऐसा चला कि 17 साल की उम्र तक उनकी दीवानगी युवाओं के सिर चढ़कर बोलने लगी. सुरैया घर से शूटिंग के लिए निकलतीं तो मुंबई (तब बॉम्बे) में उनके घर के बाहर फैन्स की भीड़ जमा हो जाती थी. ज्यादातर मौकों पर फैन्स को काबू करने के लिए पुलिस बुलानी पड़ती थी. देव आनंद अपनी बायोग्राफी ‘Romancing with Life’ में लिखते भी हैं- ‘मेरे जैसे एक साधारण नौजवान के अंदर अगर अदाकारी की चाह पैदा हुई, तो कुछ नायिकाओं की वजह से. सुरैया उनमें से एक थीं.’
एक हादसा और सुरैया को हो गया देव आनंद से इश्क (Suraiya fell in love with Dev Anand)
बहुत कम लोग जानते होंगे कि सुरैया का मतलब ‘तारों का समूह’ होता है. सुरैया ने अपने नाम को काम के जरिये साबित कर दिया. सुरैया करियर के पीक पर थीं. इसी दौरान सुरैया की फिल्मों के साथ उनकी जिंदगी में भी एंट्री हुई देव आनंद की. सुरैया और देव आनंद ने साथ में फिल्म की ‘विद्या’. रिलीज होने के साथ इस फिल्म ने पर्दे पर कमाल कर दिया. यह सिर्फ़ एक सफल ऑन-स्क्रीन जोड़ी की शुरुआत नहीं थी, बल्कि एक असल ज़िंदगी की प्रेम कहानी की भी शुरुआत थी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, फिल्म की शूटिंग के दौरान एक नाव पर एक गाने की शूटिंग के दौरान एक हादसा हुआ और सुरैया और देव आनंद करीब आ गए. दरअसल, जिस नाव पर दोनों सवार थे वह पलट गई. सुरैया को तैरना नहीं आता था. इसी दौरान देव आनंद ने उन्हें बचाया. कहा जाता है कि यह वही लम्हा था जब सुरैया कॉस्टार देव आनंद को दिल दें बैठीं. प्यार तो देव आनंद भी सुरैया से बहुत करते थे, लेकिन पहल नहीं कर पा रहे थे. इस हादसे की वजह से दोनों के दिलों के तार कुछ ऐसे बजे कि मोहब्बत का जादुई संगीत तैयार हो गया.
सुरैया पर रहता था सख्त पहरा (Suraiya was under strict surveillance)
आज के दौर की तरह उस समय समाज में खुलापन नहीं था. मोहब्बत को भले ही फिल्मी पर्दे पर बिंदास अंदाज में फिल्माया जाता था, लेकिन असल जिंदगी और असल समाज में यह बहुत कम मायने रखता था. सबसे बड़ी और अहम बात यह थी कि सुरैया एक पारंपरिक परिवार से ताल्लुक रखती थीं. या इसे इस तरह समझें कि एक्ट्रेस सुरैया की ज़िंदगी पर कई लोगों का हुक्म चलता था. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, परिवार में सबसे ज्यादा दादी की चलती थी. उनका फैसला पहला ना सही, लेकिन अंतिम जरूर होता था. एक मुस्लिम परिवार से ताल्लुक रखने वालीं सुरैया के ज़्यादातर फ़ैसलों पर दादी का नियंत्रण था. यहां तक कि सुरैया की फिल्मों में एंट्री भी दादी की ही इजाजत के बाद हुई. घर से निकलने से लेकर फिल्मों की शूटिंग के दौरान भी दादी अपने लोगों के जरिये पहरा रखती थीं.
सुरैया की दादी बनी हकीकत में विलेन (Suraiya Dadi becomes the villain)
जवां दिलों का प्यार था तो जमाने के साथ-साथ परिवार के खिलाफ जाकर भी कुछ फैसले लिए. इस दौरान सुरैया और देव आनंद दोनों एक-दूसरे को लव लेटर लिखते और मुलाकातों की तलाश में जुटे रहते. बताया जाता है कि दुर्गा खोटे और गुरुदत्त जैसे क़रीबी दोस्त चाहते थे कि देव आनंद और सुरैया का प्यार अपने अंजाम तक पहुंचे यानी दोनों शादी कर लें. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो दुर्गा खोटे और गुरुदत्त समेत अन्य साथी कलाकारों ने सुरैया और देव आनंद की शादी का प्लान बनाया. इसके लिए साथ ही कलाकारों एक फ़िल्म की शूटिंग के दौरान शादी करने की भी योजना बनाई. एक सीन तैयार किया गया, जिसमें किरदारों (सुरैया और देव आनंद) की शादी होनी थी. बहाना शूटिंग का था, लेकिन शादी होनी थी इसलिए असली पंडित और असली रस्मों का भी इंतज़ाम किया. इसमें एक ट्विस्ट आ गया. किसी ने इसकी जानकारी सुरैया की दादी को दे दी. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो जैसे ही उन्हें पता चला तो वह गुस्से से लाल होकर सेट पर पहुंच गईं. पोती सुरैया पर बहुत ज्यादा नाराज दादी ने चेता दिया कि एक हिंदू देव आनंद से शादी करने से हिंसा भड़क सकती है और उनकी जान को भी ख़तरा हो सकता है. सुरैया और उनकी मां से यहां तक कह दिया कि सुरैया अगर देव आनंद से शादी करेगी तो वो जान दे देंगी. 1950 की बात है जब देव आनंद ने सुरैया को शादी के लिए प्रपोज़ किया. दरअसल सुरैया की दादी उनके धार्मिक मतभेदों के कारण उनकी शादी के खिलाफ थीं. फिर सुरैया की मां भी देव आनंद के रिश्ते को लेकर नाराज हो गईं.
दिल के अरमा आंसुओं में बह गए (Uncle had thrown Dev Anand out of the house)
दादी की धमकी सुनकर सुरैया ही नहीं देव आनंद भी सहम गए. सुरैया का प्यार परिवार की मर्यादा और दादी की धमकी के आगे झुक गया. सुरैया शादी से पीछे हट गईं, जबकि देव आनंद अंदर से टूट गए. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो सुरैया और देव आनंद की नाकाम शादी का अफसाना कई दिनों तक अखबारों में छाया रहा. एक बार तो देव आनंद प्रेमिका सुरैया के परिवार के घर गिड़गिड़ाने भी आए, लेकिन उनके चाचा ने उन्हें बाहर निकाल दिया. आखिरी मुलाक़ात में देव आनंद ने तो सुरैया से कहा कि वह उनके साथ भाग जाएं, लेकिन वह इतनी हिम्मत नहीं जुटा सकीं. यह लम्हा गुस्से, गम और नाकामी का संगम था, जहां मिलना तो हुआ पर सुरैया और देव आनंद का नहीं. जब सुरैया ने देव आनंद के साथ भागने और भागकर शादी के प्रस्ताव पर हामी नहीं भरी तो देव साहब ने थप्पड़ मार दिया. थप्पड़ मारने के बाद देव आनंद का गुस्सा शांत हुआ तो वह काफी पछताए, क्योंकि सामने सुरैया रो रही थीं. देव आनंद ने माफ़ी मांगी और चले गए. इसके बाद देव आनंद ने एक इंटरव्यू में कबूला था कि वह सुरैया से बेहद ही प्यार करते थे और वो उनका पहला प्यार थीं. देव आनंद ने बताया था कि वो उनके लिए भाई के कंधे पर सिर रखकर बहुत रोए थे. देव साहब अपनी बायोग्राफी में लिखते हैं कि आखिर मुलाकात के दौरान सुरैया मेरे गले लग गईं, हम दोनों के बीच कोई बात नहीं हुई- बस इसी तरह सीने से लगे आधे घंटे तक रोते रहे.
सुरैया ने जिंदगी भर नहीं की शादी (Suraiya not marry throughout her life)
देव आनंद का असली नाम धर्मदेव पिशोरिमल आनंद है. 26 सितंबर 1923 को गुरदासपुर के शकरगढ़ में जन्मे देव आनंद मध्यम वर्गीय परिवार से ताल्लुक रखते. उधर, 15 जून 1929 को जन्मी सुरैया सिर्फ़ 20 साल की थीं, जब उन्होंने तय किया कि वह कभी शादी नहीं करेंगी. सच बात यह है कि सुरैया ने कभी भी देव आनंद से प्यार करना नहीं छोड़ा. सुरैया आजीवन अविवाहित रहीं. 31 जनवरी, 2004 को दुनिया को अलविदा कहने वालीं सुरैया की मोहब्बत का अफसाना जमाना गुनगुनाता रहेगा.
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