सोनम कपूर, जो कभी बॉलीवुड की सबसे फैशनेबल और चर्चित एक्ट्रेसेस में शुमार थीं, आज फिल्मी दुनिया से थोड़ा दूर हैं. स्टाइल और ग्लैमर की दुनिया में अपनी खास पहचान बनाने वाली सोनम ने करियर की शुरुआत साल 2007 में संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘सावरिया’ से की थी. लेकिन फिल्मी पर्दे के पीछे उनकी जिंदगी में एक ऐसा दौर भी आया था, जो बेहद कठिन था. कम उम्र में गंभीर बीमारियों से जूझती सोनम की कहानी बहुत कम लोग जानते हैं.
सोनम कपूर ने एक इंटरव्यू के दौरान अपने स्वास्थ्य से जुड़ा बड़ा खुलासा किया था. उन्होंने बताया कि जब वो सिर्फ 16 साल की थीं, तब उन्हें पॉलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम (PCOS) हो गया था. इस बीमारी के चलते उनका वजन तेजी से बढ़ने लगा और चेहरे पर अनचाहे बाल आने लगे. उस उम्र में ये समस्या उनके कॉन्फिडेंस को बुरी तरह प्रभावित कर रही थी. सोनम के लिए ये समय मानसिक और शारीरिक रूप से काफी चैलेंजिंग था.
17 की उम्र में हो गई थीं डायबिटीज
PCOS के बाद जब सोनम 17 साल की हुईं, तो उन्हें टाइप 1 डायबिटीज भी हो गई. एक साथ दो गंभीर बीमारियों ने उन्हें झकझोर कर रख दिया. इस समय उन्हें लगा कि ये सब शायद उनके पिता अनिल कपूर की वजह से हुआ है. सोनम को शक था कि ये बीमारियां जेनेटिक हैं और इसलिए उन्होंने इसका जिम्मेदार अपने पिता को ठहराया.
मां ने दिखाया सही रास्ता
हालांकि, सोनम की मां सुनीता कपूर ने उन्हें इस गलतफहमी से बाहर निकाला. उन्होंने समझाया कि ये बीमारियां गलत खानपान, तनाव और हार्मोनल असंतुलन की वजह से होती हैं, न कि पूरी तरह जेनेटिक कारणों से. इसके बाद सोनम ने अपने लाइफस्टाइल में बड़े बदलाव किए- हेल्दी डाइट, रेगुलर एक्सरसाइज और मेडिटेशन की मदद से उन्होंने अपने स्वास्थ्य को संभालना शुरू किया.
फिल्मों में भी साबित की प्रतिभा
स्वास्थ्य समस्याओं से लड़ने के बाद सोनम ने फिल्मी करियर में भी बेहतरीन प्रदर्शन किया. ‘नीरजा’, ‘भाग मिल्खा भाग’, ‘रांझणा’, ‘प्रेम रतन धन पायो’ और ‘वीरे दी वेडिंग’ जैसी फिल्मों में उनके एक्टिंग की सराहना हुई. सोनम ना केवल एक अच्छी एक्ट्रेस हैं, बल्कि उन्होंने ये भी साबित किया कि सही सोच से हर चुनौती को पार किया जा सकता है.

