Top 5 Gangsters of Delhi-NCR: दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) में लॉरेंस बिश्नोई गैंग (Lawrence Bishnoi Gang) के कौन नहीं जानता होगा. इस गैंग का नाम सुनकर हर किसी के मन में डर का मौहाल पैदा हो जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं लॉरेंस बिश्नोई गैंग के अलावा भी ऐसे पांच प्रमुख गैंगस्टर गिरोह आज भी सक्रिय होकर अपना काम चुप-चाप कर रहा है. ऐसा माना जाता है कि इनमें से कुछ की तो बिश्नोई गैंग से भी कट्टर दुश्मनी है. ये गिरोह दिल्ली, हरियाणा और पंजाब के व्यवसायों से जबरन वसूली, हत्या और अन्य आपराधिक गतिविधियों में शामिल हैं. इनके गैंग ने पुलिस प्रशासन को काफी ज्यादा परेशान करके रख दिया है.
दिल्ली-एनसीआर के 5 खतरनाक गैंगस्टर गैंग
नीरज बवाना गैंग:
नीरज बवाना दिल्ली और हरियाणा के व्यापारियों से रंगदारी (जबरन वसूली) मांगता है. वर्तमान में तिहाड़ जेल में बंद है और वहीं से अपना गिरोह चलाने का काम करता है. साल 2015 में पुलिस की टीम ने इसे गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की थी.
हाशिम बाबा गैंग:
हाशिम बाबा पर हत्या और हत्या के प्रयास समेत 16 आपराधिक मामले दर्ज हैं. GTB अस्पताल गोलीबारी में शामिल, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई थी. यह पहले नासिर गिरोह का शार्प शूटर था, फिलहाल, यह भी जेल में बंद है.
इरफान उर्फ छेनू गैंग:
इरफान उर्फ छेनू यमुना पार इलाकों में अवैध सट्टेबाजी और जुए के कारोबार में वर्चस्व स्थापित करने के लिए नासिर गिरोह के साथ संघर्ष कर रहा है. अब पुलिस प्रशासन के लिए इससे पकड़ने में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा.
हिमांशु भाऊ गैंग:
हिमांशु भाऊ पर हरियाणा और पंजाब में हत्या, हत्या के प्रयास, जबरन वसूली और शस्त्र अधिनियम के 50 से अधिक मामले दर्ज हैं. हाल ही में तिलक नगर और राजौरी गार्डन के बर्गर किंग ज्वाइंट में हुई गोलीबारी में इसका नाम भी आया था. 22 साल की आयु का यह गैंगस्टर हरियाणा के रोहतक का रहने वाला है.
मंजीत महल गैंग:
मंजीत महल दक्षिण पश्चिम दिल्ली के मित्राऊं गांव का रहने वाला है. 90 के दशक के अंत में सक्रिय हुआ था. इनेलो नेता भरत सिंह भारते की साल 2016 की हत्या में इसका नाम सामने आया था. अनूप-बलराज गिरोह के लिए गैंगस्टर से नेता बने किशन पहलवान के सहयोगियों की भी इसने हत्या की थी. फिलहाल, मंजीत महल तिहाड़ जेल में बंद है, लेकिन इसके साथी सक्रिय रूप से विरोधी गिरोहों पर हमला करने की कोशिश कर रहे हैं.
ये पांचों गिरोह अपनी कट्टर दुश्मनी और वर्चस्व की लड़ाई के कारण दिल्ली-एनसीआर की कानून व्यवस्था के लिए एक बड़ी चुनौती बने हुए हैं. लोगों में इन गैंगस्टरों का खौफ भी अच्छा-खासा देखने को मिलता है.

