Home > क्राइम > जिस केस को सुलझाने में पुलिस-CID के छूटे पसीने, बीयर पार्टी से सुलझ गई दुष्कर्म-मर्डर की गुत्थी

जिस केस को सुलझाने में पुलिस-CID के छूटे पसीने, बीयर पार्टी से सुलझ गई दुष्कर्म-मर्डर की गुत्थी

British Citizen Murder Case: बेंगलुरु में जनवरी 1996 में एक ब्रिटिश नागरिक की हत्या की जांच के दौरान पुलिस को एक विदेशी महिला के साथ बलात्कार होने का पता चला.

By: Sohail Rahman | Last Updated: September 14, 2025 5:30:39 PM IST



Karnataka Crime News: पुलिस (Police) और सीआईडी (CID) ​​के लिए कई मामले सुलझाना इतना मुश्किल हो जाता है कि उन्हें इसके लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाने पड़ते हैं. ऐसा ही एक मामला जनवरी 1996 में बेंगलुरु में देखने को मिला. उस समय जब यह शहर आईटी राजधानी बनने वाला था, शहर में एक ब्रिटिश नागरिक की हत्या (British Citizen Murder Case) ने सनसनी फैला दी थी. इस मामले को सुलझाते हुए पुलिस के हाथ एक और चौंकाने वाला अपराध लगा. पुलिस को एक बीयर पार्टी के माध्यम से अपराधी को पकड़ने में कामयाबी मिली.

ब्रिटिश नागरिक की मौत (British citizen killed)

आपको जानकारी के लिए बता दें कि चंद्र लेआउट में एक विदेशी व्यक्ति का शव मिलने के बाद पुलिस को उसकी जेब से एमजी रोड स्थित एक कपड़े की दुकान का बिल मिला. दुकान से जानकारी मिली कि मृतक जेम्स विलियम स्टुअर्ट (James William Stuart) नाम का एक ब्रिटिश नागरिक (British citizen) था, जो कॉटनपेट स्थित सुधा लॉज में ठहरा हुआ था. पुलिस जब वहां पहुंची तो उसे स्टुअर्ट की 27 वर्षीय महिला साथी मिली, जो दरवाजा खोलते ही रोने लगी और बताया कि एक ऑटो चालक ने उसके साथ बलात्कार किया है.

महिला ने क्या बताया? (What did the woman say?)

महिला ने बताया कि वे भारत घूमने आए थे और ताजमहल देखने के बाद वे कर्नाटक के हम्पी, बेलूर और हालेबिदु घूमने गए थे. 4 जनवरी 1996 की रात स्टुअर्ट को पेट में दर्द हुआ और वह लॉज लौट रहा था. लौटते समय महिला रास्ता भटक गई और उसने एक ऑटो का सहारा लिया. अत्यधिक थकान के कारण वह ऑटो में ही सो गई. थकी हुई महिला ऑटो में ही सो गई, जिसका फायदा उठाकर ड्राइवर उसे आरआर नगर की ओर ले गया. महिला ने उस पर चाकू से तीन बार वार किया, लेकिन ड्राइवर ने उसे पीटा और एक सुनसान जगह पर उसके साथ बलात्कार किया और भाग गया.

पुलिस जांच में हुआ खुलासा (Police investigation revealed)

घायल महिला एक ट्रक चालक की मदद से चामराजपेट पुलिस स्टेशन पहुंची, लेकिन वहां मौजूद कांस्टेबल अंग्रेजी नहीं समझ पाए और उसे लॉज ले गए. इस दौरान तत्कालीन डीसीपी प्रवीण सूद (Former DCP Praveen Sood) ने इंस्पेक्टर बी बी अशोक कुमार (Inspector BB Ashok Kumar) को बलात्कार की जांच सौंपी गई. अशोक कुमार महिला को अपने घर ले गए और उसे सुरक्षित माहौल दिया, ताकि वह घटना की जानकारी साझा कर सके. इसके बाद आरोपी ऑटो चालक की तलाश की गई. वह हमले में लगी चोट का इलाज कराने अस्पताल गया था. पुलिस ने इलाके के सभी अस्पतालों में पूछताछ की. जाँच के दौरान एक नर्स ने बताया कि उसने कदीरेश नाम के एक घायल व्यक्ति का इलाज किया था. राजाजीनगर आरटीओ (Rajajinagar RTO) से उसकी तस्वीर और पता हासिल किया गया.

बीयर पार्टी से सच का हुआ खुलासा (truth was revealed from the beer party)

कदीरेश को गिरफ्तार कर लिया गया, लेकिन उसने कुछ नहीं बताया. फिर अशोक कुमार ने उसे एक बीयर पार्टी में शामिल किया, जिसमें बीयर में ब्रांडी मिलाकर उसे आरामदायक माहौल दिया गया. नशे में उसने पूरी घटना कबूल कर ली, जिसे दर्ज कर लिया गया. बाद में मामला अपराध जांच विभाग (सीआईडी) को सौंप दिया गया और वर्ष 1998 में अदालत ने कदीरेश को आजीवन कारावास की सजा सुनाई. इस घटना पर आधारित फिल्म ‘पुलिस ऑफिसर्स’ (Police Officers) वर्ष 2002 में रिलीज हुई थी.

एक ऐसा ग्राम पंचायत जहां सब रखते हैं दो वोटर कार्ड, एक गांव में दो सरपंच निर्वाचित

Oisha crime: शक के आधार पर महिला सहित दो पुरुषों को बेरहमी से पीटा

Advertisement