गुरुवार को बिहार के मोकामा में जो कुछ हुआ, उसने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया. चुनावी शोर और रैलियों के बीच अचानक चली गोलियों ने लोकतंत्र की आत्मा तक को घायल कर दिया. जनसुराज समर्थक दुलारचंद यादव की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी गई और इसके बाद भारी बारिश में भी उनके समर्थकों ने शव को सड़क पर रखकर प्रदर्शन किया, न्याय की मांग और आक्रोश की आग पूरे क्षेत्र में फैल गई. अब इस मामले में चुनाव आयोग ने बिहार DGP और जिला निर्वाचन अधिकारी से रिपोर्ट तलब की है.
अब इस मामले में कौन आरोपी है? किसका क्या बयान है? और जांच किस मुकाम तक पहुँची है? आइये जानते हैं
अनंत सिंह को भी आरोपी बनाया गया
मोकामा में दुलारचंद यादव हत्याकांड मामले में चुनाव आयोग ने बिहार के पुलिस महानिदेशक (DGP) से रिपोर्ट मांगी है. चुनाव आयोग ने ज़िला निर्वाचन अधिकारी (DEO) से भी रिपोर्ट मांगी है. ज़िला निर्वाचन अधिकारी जल्द ही आयोग को रिपोर्ट सौंपेंगे. हत्या की ताज़ा जानकारी के आधार पर पाँच लोगों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया गया है. इस मामले में जदयू उम्मीदवार और कद्दावर नेता अनंत सिंह को भी आरोपी बनाया गया है.
दुलारचंद यादव के समर्थक आक्रोशित
इस घटना से दुलारचंद यादव के समर्थक आक्रोशित हैं. भारी बारिश के बावजूद, वे जलमग्न शहर में दुलारचंद यादव का शव रखकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. दुलारचंद यादव की हत्या चुनाव प्रचार के दौरान हुई, जिस पर व्यापक राजनीतिक बहस छिड़ गई है. हत्या के बाद, जदयू उम्मीदवार अनंत सिंह और राजद उम्मीदवार वीणा देवी के पति सूरजभान सिंह, दोनों ने अपने विचार व्यक्त किए हैं. दोनों नेताओं के बयानों से संकेत मिलता है कि हत्या के कई पहलू हैं.
अनंत सिंह ने क्या कहा
दुलारचंद यादव हत्याकांड के बारे में जब अनंत सिंह से पूछा गया, तो उन्होंने कहा, “हम टाल इलाके में वोट मांग रहे थे. रास्ते में हमने करीब 100 गाड़ियाँ खड़ी देखीं. हमें देखकर वे ‘मुर्दाबाद’ चिल्लाने लगे. फिर भी हमने उन्हें कुछ न बोलने के लिए कहा. हम 40 गाड़ियों के साथ जा रहे थे. जब यह हुआ, तो हम 30 गाड़ियों के साथ आगे बढ़ गए. 10 गाड़ियाँ पीछे रह गईं. वे पत्थर ले जा रहे थे और पूरी तैयारी के साथ थे. उन्होंने हमारी 10 गाड़ियों को घेर लिया और उन पर हमला करना शुरू कर दिया. सूरजभान सिंह का इरादा झगड़ा भड़काने का था, ताकि वह वोट हासिल कर सकें. यह सूरजभान की चाल है. दुलारचंद सबसे पहले हार मानने वाले थे. सिर्फ़ हमारे समर्थकों की गाड़ियों को नुकसान पहुँचाया गया. उन्होंने हमारी 10 गाड़ियों को पूरी तरह से नष्ट कर दिया.”
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सूरजभान सिंह ने पुलिस प्रशासन पर उठाए सवाल
दुलारचंद यादव की हत्या के बाद, राजद प्रत्याशी वीणा देवी के पति सूरजभान सिंह ने पुलिस प्रशासन पर सवाल उठाए हैं. सूरजभान सिंह ने कहा, “यह सिर्फ़ एक व्यक्ति की हत्या नहीं, बल्कि लोकतंत्र का हनन है. सिर्फ़ क्षेत्र, बिहार या देश ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया इसे देख रही है. चुनाव आयोग को सीधे तौर पर बदनाम किया जा रहा है. पूरी दुनिया देख रही है कि कैसे लोकतंत्र का हनन हो रहा है. मैं चुनाव आयोग से इसकी जाँच करने का आग्रह करता हूँ. मैं अदालत से भी आग्रह करता हूँ कि वह सेवानिवृत्त न्यायाधीशों की एक टीम बनाकर इसकी जाँच करे. सच्चाई अपने आप सामने आ जाएगी. पूरे देश का चुनाव आयोग से विश्वास उठता जा रहा है. एक सीट पर 10 से 15 उम्मीदवार होते हैं. क्या चुनाव आयोग इतने लोगों को सुरक्षा नहीं दे सकता? इससे मेरे देश की बदनामी हो रही है. सत्ता पक्ष और विपक्ष को मिलकर इस पर फैसला लेना चाहिए.”
प्रशांत किशोर ने क्या कहा
दुलारचंद यादव जन सुराज के उम्मीदवार पीयूष प्रियदर्शी के लिए प्रचार कर रहे थे. प्रशांत किशोर ने जवाब दिया, “देखिए, जिस सज्जन की हत्या की ख़बर आ रही है, वो आधिकारिक तौर पर जनसुराज के सदस्य नहीं थे, लेकिन वो जनसुराज के उम्मीदवार पीयूष का सक्रिय समर्थन कर रहे थे. ये बिहार में व्याप्त जंगलराज को दर्शाता है, और बाहरी लोगों ने चुनाव के दौरान व्यापक हिंसा सुनी. ये उसी को दर्शाता है. लोकतंत्र में हत्या प्रशासन की सीधी विफलता है.”
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