कौन हैं तौसीफ आलम? जिनके नामांकन में बिरयानी के लिए लोगों ने खाए धक्के और मुक्के, ससुर दे चुके हैं AIMIM और ओवैसी को ‘धोखा’

Bihar Election 2025: बिरयानी के लिए हुई इस मारामारी का वीडियो भी सामने आया. लोग थाली और बर्तनों की परवाह किए बिना सीधे बिरयानी हथियाने लगे. कई लोगों ने तो उसे वहीं से खाना भी शुरू कर दिया.

Published by Divyanshi Singh

Bihar Assembly Elections 2025: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी पारा चढ़ता जा रहा है. पिछली बार की तरह इस बार भी लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM का एक उम्मीदवार चुनाव लड़ रहा है. AIMIM उम्मीदवार तौसीफ आलम बिहार के सीमांचल क्षेत्र के किशनगंज ज़िले की बहादुरगढ़ विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. उनके नामांकन के दौरान बिरयानी को लेकर हंगामा हो गया, जिसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

बिरयानी को लेकर मची भगदड़ का यह वीडियो बिहार के किशनगंज की बहादुरगढ़ विधानसभा सीट से AIMIM उम्मीदवार तौसीफ आलम के नामांकन के दौरान का है. नामांकन के दौरान समर्थकों के लिए नाश्ते में बिरयानी परोसी गई थी. ओवैसी की पार्टी के उम्मीदवार के नामांकन के दौरान समर्थकों के लिए हैदराबादी बिरयानी भी परोसी गई थी.

बिरयानी के लिए लूट

बिरयानी के लिए ऐसी भगदड़ और उसके बाद हुई लूटपाट की कल्पना AIMIM उम्मीदवार तौसीफ आलम ने भी नहीं की होगी. खबरों के मुताबिक, तौसीफ आलम का नामांकन प्रक्रिया समाप्त होते ही AIMIM कार्यकर्ता और समर्थक बिरयानी स्थल पर जमा हो गए.इस दौरान, भीड़ बिरयानी के लिए बेताब हो गई और हर कोई उसे पाने के लिए बेताब था.

वीडियो वायरल

बिरयानी के लिए हुई इस मारामारी का वीडियो भी सामने आया. लोग थाली और बर्तनों की परवाह किए बिना सीधे बिरयानी हथियाने लगे. कई लोगों ने तो उसे वहीं से खाना भी शुरू कर दिया. बात इतनी बढ़ गई कि उन्होंने नेता के बिरयानी खाने के निर्देश की भी परवाह नहीं की और एक-दूसरे पर हमला करने लगे.

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कौन है तौसीफ आलम?

गौरतलब है कि ओवैसी की पार्टी बिहार के सीमांचल क्षेत्र में चुनाव लड़ रही है. तौसीफ आलम इससे पहले कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीत चुके हैं. गौरतलब है कि जब तौसीफ आलम पहली बार विधायक बने थे, तब वे सबसे कम उम्र के विधायक थे. हालाँकि, बाद में वे चुनाव हार गए. इस बार वे असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी से राजनीति में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.

तौसीफ आलम 2005 से 2020 तक किशनगंज जिले की बहादुरगंज विधानसभा सीट से विधायक रहे. 2005 में उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर कांग्रेस उम्मीदवार को हराया था. इसके बाद, उन्होंने 2010 और 2015 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीता. हालांकि 2020 के विधानसभा चुनाव में उन्हें एआईएमआईएम उम्मीदवार अंजार नईमी ने हरा दिया था.

अंजार नईमी बाद में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) में शामिल हो गए. गौरतलब है कि तौसीफ आलम के ससुर इजहार असफी भी 2020 में एआईएमआईएम के टिकट पर को चाधामन से विधायक चुने गए थे, लेकिन बाद में राजद में शामिल हो गए थे.

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