पटना से शैलेंद्र की रिपोर्ट
Bihar: दुनिया की टॉप स्पोर्ट्स शू कंपनी के मालिक नरेन कुमार आनंद बिहार के दरभंगा में शू फैक्ट्री लगाने की तैयारी कर रहे हैं. इसका खुलासा उन्होंने लेट्स इंस्पायर बिहार के स्टार्टअप समिट के दौरान किया. उन्होंने कहा कि सौ करोड़ की लागत से फैक्ट्री लगाएंगे. नरेन बिहार सरकार की ओर से उद्योग को बढ़ावा देने की पॉलिसी से प्रभावित हैं. नरेन बिहार के दरभंगा के रहनेवाले हैं. इन्होंने चीन और हांगकांग में फैक्ट्री लगा रखी है. उड़ीसा में नरेन की शू फैक्ट्री चल रही है, जबकि राजस्थान में भी फैक्ट्री लगाने की तैयारी चल रही है.
उद्योग पर जोर
लेट्स इंस्पायर बिहार की ओर से राजधानी पटना में चौथा स्टार्टअप समिट किया गया, वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी विकास वैभव के नेतृत्व में इसका आयोजन हुआ, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी मौजूद रहे, जिन्होंने स्टार्टअप समिट के लिए आईपीएस विकास वैभव की तारीफ की और कहा कि ये सरकार का काम है. इसका विकास वैभव कर रहे हैं. वो भी सरकार का हिस्सा हैं. उन्होंने कहा कि बिहार में अब बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर पर काम हो चुका है. बिजली और सड़क ठीक हो गयी है. अब हमारा जोर उद्योगों पर है. राज्य औद्योगिक क्रांति के लिए तैयार है.
सरकार की मंशा राज्य में ज्यादा से ज्यादा निवेश लाने की है. इसके लिए उद्योगपतियों को कई तरह की मदद दे रहे हैं. सरकार ने फैसला लिया है कि अगर कोई बिहार का व्यक्ति राज्य में सौ करोड़ का निवेश करता है, तो उसे 40 करोड़ का इंसेटिव दिया जाएगा. साथ ही उसे उद्योग के लिए जमीन सरकार मुहैया कराएगी.
बिहार का बजट 3.17 लाख करोड़
डिप्टी सीएम ने कहा कि जब बिहार से झारखंड अलग हुआ था, तो एकीकृत बिहार के रेवेन्यू का 87 फीसदी हिस्सा झारखंड के इलाके से आता था, जबकि बिहार से मात्र 13 फीसदी का योगदान था. इस वजह से बंटवारे के बाद बिहार में इंफ्रास्ट्रक्चर पर काम करना चुनौती थी. 2005 में बिहार का बजट केवल छह हजार था, जो अब एनडीए सरकार के कुशल नेतृत्व की वजह से 3.17 लाख करोड़ का हो गया है, जबकि झारखंड का बजट 1.45 लाख करोड़ है. यही बिहार की प्रगति की कहानी कहता है.
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2028 तक राज्य के हर जिले में कम से कम पांच ऐसे स्टार्टअप चाहते हैं IPS विकास वैभव
डिप्टी सीएम ने कहा कि 2024 में इंडस्ट्रियल समिट का आयोजन हुआ था, जिसमें 1.80 लाख करोड़ के निवेश के प्रस्ताव मिले थे. राज्य सरकार आठ हजार एकड़ जमीन का लैंड बैंक बनाने की तैयारी कर रही है. ऐसे उद्योगपतियों से जमीन वापस ली जा रही है, जिन्होंने वादे के बाद भी उद्योग नहीं लगाए.
लेट्स इंस्पायर बिहार अभियान से ढाई लाख से ज्यादा लोग जुड़े हैं, जो देश विदेश में रहते हैं और जहां रहते हैं. वहीं से इस अभियान को गति दे रहे हैं. अब तक चार सौ से ज्यादा स्टार्टअप अभियान का हिस्सा बन चुके हैं. इस अभियान के तहत आईपीएस विकास वैभव 2028 तक राज्य के हर जिले में कम से कम पांच ऐसे स्टार्टअप चाहते हैं, जिनमें कम से कम सौ लोगों को रोजगार मिले.
विजन डाक्यूमेंट 2047 का मसौदा पेश किया गया
स्टार्टअप समिट के दौरान बिहार के बड़े 21 स्टार्टअप, जिन्होंने सौ लोगों से अधिक को रोजगार दे रखा है. उन्हें सम्मानित किया गया. इस दौरान आईपीएस विकास वैभव ने कहा कि हमारा एक सपना है कि एक दिन ऐसा आए, जब पूरा गांधी मैदान लाखों स्टार्टअप और उद्यमियों के उत्साह से भर जाए. समिट में दो हजार से अधिक लोगों ने भाग लिया. इस दौरान बिहार के विकसित करने का विजन डाक्यूमेंट 2047 का मसौदा पेश किया गया. जिस पर अब लोग सुझाव दे सकेंगे.

