Jitan Ram Manjhi NDA Seat Sharing: बिहार विधानसभा चुनाव के लिए एनडीए के सीट बंटवारे की घोषणा हो गई है. लोजपा (आर) प्रमुख चिराग पासवान और बिहार भाजपा चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने इंस्टाग्राम पर सीट बंटवारे की जानकारी साझा की. इस फॉर्मूले के तहत, भाजपा 101, जदयू 101, लोजपा (आर) 29, हम 6 और रालोद 6 सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
हालांकि, अब ऐसा लग रहा है कि एनडीए की सहयोगी हिंदुस्तान आवाम मोर्चा (हम) इस सीट बंटवारे से नाखुश है. पार्टी सुप्रीमो जीतन राम मांझी ने भी इस बारे में एक अहम बयान जारी किया है.
पहले फैसले से थे संतुष्ट, फिर हुए नाराज
बिहार एनडीए में सीट बंटवारे की घोषणा के बाद जीतन राम मांझी रविवार को दिल्ली से पटना लौट आए. हवाई अड्डे पर मीडिया से बात करते हुए उन्होंने शुरुआत में कहा कि वे हम की छह सीटों पर जीत से संतुष्ट हैं. हालांकि, कुछ ही देर बाद उन्होंने अपना बयान वापस लेते हुए कहा कि हम को छह सीटें कम आंकी गई थीं और इसका खामियाजा एनडीए को भुगतना पड़ सकता है. मांझी के इस बयान ने सियासी पारा चढ़ा दिया है.
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‘इसका खामियाजा एनडीए को भुगतना पड़ेगा’
पटना में समाचार एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा, “आलाकमान (भाजपा) ने जो भी फैसला किया है, वह हमारा फैसला है. लेकिन हमें छह सीटें देकर उन्होंने हमारी अहमियत कम आंकी है; इसका खामियाजा एनडीए को भुगतना पड़ सकता है.”
कुछ समय पहले ही मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा था कि जब लोकसभा चुनाव में हमें एक सीट दी गई थी, तब कोई नाराजगी नहीं थी, लेकिन अब (विधानसभा चुनाव में) हमारे पास छह सीटें हैं. यह आलाकमान का फैसला है और हम इससे संतुष्ट हैं. हमें जो भी दिया गया है, हम उसी पर लड़ेंगे; हमें कोई शिकायत नहीं है.
15 सीटों की माझी ने की थी मांग
खबरों के मुताबिक, एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर बातचीत के दौरान मांझी अपनी पार्टी के लिए कम से कम 15 सीटों की मांग कर रहे थे. उन्होंने यह सूची भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को भी सौंपी थी. उन्होंने कम सीटें मिलने पर एनडीए छोड़ने का संकेत देते हुए कहा था कि वह अकेले 100 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे.
सीट बंटवारे में जीतन राम मांझी की पार्टी हम को बिहार में सिकंदरा, कुटुंबा, बाराचट्टी, इमामगंज, टेकारी और अतरी समेत छह सीटें दी गई हैं. अब देखना यह है कि मांझी की नाराजगी एनडीए के लिए सिरदर्द बनती है या नहीं.

