Hisua Assembly Election 2025: बिहार में साल के अंत में चुनाव होने है. चुनाव से पहले ही बिहार में राजनीतिक पारा चढ़ा हुआ है. बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष आमने-सामने है. इसी बीच आज हम हिसुआ सीट पर चर्चा करेंगे. कांग्रेस ने इस सीट पर 9 चुनावों में जीत हासिल की है. आदित्य सिंह 6 बार यहां से विधायक चुने गए है. वर्तमान में कांग्रेस की नीतू कुमारी विधायक है. भाजपा यहां से 3 बार जीत चुकी है. वहीं राजद और जदयू को अभी तक जीत नहीं मिली है.
नवादा बिहार के 38 जिलों में से एक है. नवादा जिला 2 अनुमंडलों और 14 प्रखंडों में विभाजित है. जिले में 5 विधानसभा सीटें है. रजौली, हिसुआ, नवादा, गोविंदपुर और वारिसलीगंज. हिसुआ सीट पर बात करेंगे. ये सीट 1957 में अस्तित्व में आई.
2000 में निर्दलीय आदित्य सिंह ने जीता
2000 के चुनाव में आदित्य सिंह ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा और 3,920 मतों से जीत हासिल की थी. माकपा के गणेश शंकर विद्यार्थी दूसरे स्थान पर रहे. आदित्य सिंह को 27,497 और गणेश शंकर विद्यार्थी को 23,577 मत मिले थे. फरवरी 2005 में आदित्य सिंह ने कांग्रेस से फिर से जीत हासिल की. इस चुनाव में उन्होंने माकपा के गणेश शंकर विद्यार्थी को 17,284 मतों से हराया था.
अक्टूबर 2005 में भाजपा ने अपना खाता खोला
हिसुआ सीट पर 25 साल तक काबिज रहे आदित्य सिंह अक्टूबर 2005 में हार गए. इस चुनाव में भाजपा के अनिल सिंह 16,467 मतों से जीते थे. अनिल सिंह को कुल 43,276 मत मिले, जबकि आदित्य सिंह को 26,809 मत मिले थे.
2010 में भाजपा फिर से जीता
2010 में भाजपा के अनिल सिंह 3,978 मतों से जीते. लोजपा के अनिल मेहता दूसरे स्थान पर रहे. अनिल सिंह को 43,110 वोट मिले, जबकि अनिल मेहता को 39,132 वोट मिले थे.
2015 में भाजपा हैट्रिक बनाई
2015 में भाजपा के अनिल सिंह ने हिसुआ सीट से हैट्रिक बनाई थी. उन्होंने जदयू के कौशल यादव को 12,239 वोटों से हराया था. अनिल सिंह को कुल 82,493 वोट मिले थे, जबकि कौशल यादव को 70,254 वोट मिले थे.
Vijay Rally Stampede: एक्टर Vijay की रैली में भगदड़, कई लोगों ने गंवाई जान और बड़ी संख्या में घायल
2020 में 15 साल बाद कांग्रेस की वापसी
2020 में हिसुआ सीट पर कांग्रेस ने वापसी की. कांग्रेस की नीतू कुमारी 17,091 वोटों से जीतीं, जबकि तीन बार के विधायक अनिल सिंह दूसरे स्थान पर रहे.

