शैलेंद्र की रिपोर्ट, Bihar News: बिहार में वैसे तो 243 विधानसभा सीट हैं, लेकिन इनमें से एक सीट कुचायकोट है, जो गोपालगंज जिले में आती है और यूपी सीमा से लगती है। इस सीट से विधायक हैं अमरेंद्र कुमार पांडेय उर्फ पप्पू पांडेय। 2005 से वो इस सीट से लगातार जीतते आ रहे हैं। हाल में विधायक ने एक ऐसी घोषणा की है, जिसकी चर्चा बिहार के राजनीतिक हलकों में हो रही है। विधायक ने ऐलान किया है कि क्षेत्र में ऐसे लोग जिनके पास घर के लिए जमीन नहीं है, उनके लिए वो अपने पास से जमीन खरीदने का पैसा देंगे। हर ऐसे व्यक्ति को दस धुर जमीन दी जाएगी, जो जमीन पर घर बनाना चाहता है। कुचायकोट विधानसभा के कार्यकर्ता सम्मेलन में विधायक ने कहा कि आप जमीन का डिटेल लेकर आइए, हम सिर्फ जमीन का पैसा नहीं देंगे, बल्कि रजिस्ट्री का पैसा भी देंगे और उस पर इंदिरा और पीएम आवास पास करवा कर बनवा देंगे, ताकि आपके आवास की समस्या दूर हो जाए।
विधायक पप्पू पांडेय क्या कहा?
विधायक पप्पू पांडेय ने कहा कि अगर एक जगह पर दस धुर से ज्यादा जमीन है, तो उसको खरीद लीजिए और उसमें कई लोग मिलकर घर बना लीजिए। इसके साथ विधायक ने ऐलान किया है कि मैं अपने क्षेत्र में जीनेवाली शादी, मृत्यु और अन्य प्रयोजनों में हर व्यक्ति की मदद करता हूं। अभी तक ये मदद पांच हजार थी, अब इसको बढ़ाकर सात हजार कर रहा हूं। यानी अब से जो शादी के कार्ड आयेंगे, उनमें विधायक जी की तरफ से सात हजार की मदद दी जाएगी। विधायक पप्पू पांडेय ने क्षेत्र को लेकर एक और बड़ी घोषणा की है। उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र के सभी मठ, मंदिर और मस्जिदों में एसी और पंखा लगवाने का ऐलान कर दिया है। उन्होंने इसके लिए एक से छह सितंबर तक की डेटलाइन तय कर दी है। अपने समर्थकों की चार–चार टीमें एक पंचायत में रखने का ऐलान किया है, जो सर्वे से लेकर एसी और पंखा तक लगाने का काम करेंगी। विधायक ने कहा कि मैं सब धर्मों को माननेवाला व्यक्ति हूं। मेरे लिए सब बराबर हैं, इसलिए बिना भेदभाव के एसी और पंखे लगाएं जाएंगे।
बेटियों के लिए तोहफ़ा
विधायक ने जब से ये ऐलान किया है, इसको लेकर पटना तक राजनीतिक गलियारों में चर्चा हो रही है। राजनीति के जानकार आपने हिसाब से टिप्पणी कर रहे हैं। उनका कहना कि ये विधायक के क्षेत्र के लोगों के प्रति समर्पित होने की बात दर्शाता है। विधायक पप्पू पांडेय इससे पहले भी चर्चा में रहे हैं। वो अपने क्षेत्र के लोगों का सम्मान करते रहे हैं। क्षेत्र के लोगों को अपने आवास पर बुलाकर सम्मान देने की परंपरा पुरानी है। उन्होंने एक और बड़ा ऐलान किया है, जिसमें वो आर्थिक रूप से कमजोर परिवार की बच्चियों की शादी करवाएंगे। इसके लिए सामूहिक शादी का आयोजन साल में एक बार करने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि शादी के खर्च के साथ दहेज का पूरा सामान भी हमारी ओर से बेटियों को दिया जाएगा।

