Bihar Cabinet Minster Education: बिहार की नई सरकार का गठन हो चुका है और इसके साथ ही मंत्रियों की शैक्षिक पृष्ठभूमि को लेकर भी लोगों में जिज्ञासा बढ़ी है. नीचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से लेकर अन्य मंत्रियों तक, सभी ने कितनी पढ़ाई की है आइए जानते हैं-
नीतीश कुमार का शैक्षिक आधार इंजीनियरिंग का है. उन्होंने 1972 में बिहार कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, पटना (आज का NIT पटना) से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की डिग्री ली थी. छात्र जीवन में वो ‘मुन्ना’ नाम से जाने जाते थे.
उपमुख्यमंत्रियों की शिक्षा
सम्राट चौधरी- चुनावी चर्चाओं में कई बार उनकी शिक्षा का उल्लेख हुआ. उनके हलफनामे के अनुसार उनके पास पीएफसी कामराज यूनिवर्सिटी से मानद डी-लिट की उपाधि है.
विजय कुमार सिन्हा- विजय सिन्हा ने सरकारी पॉलिटेक्निक कॉलेज से सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा किया है.
अन्य मंत्रियों की शिक्षा
विजय चौधरी- सरायरंजन विधायक विजय चौधरी ने पटना विश्वविद्यालय से पोस्ट ग्रेजुएशन किया है.
श्रवण कुमार- नालंदा से विधायक श्रवण कुमार 12वीं पास हैं.
मंगल पांडेय- मंगल पांडेय ने एमए इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस स्टडीज इन एजुकेशन, राजस्थान से पोस्ट ग्रेजुएशन किया है.
अरुण शंकर प्रसाद- खजौली से विधायक अरुण शंकर प्रसाद पोस्ट ग्रेजुएट हैं. उन्होंने ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय से मास्टर किया है.
सुरेंद्र मेहता- बछवाड़ा से विधायक सुरेंद्र मेहता 12वीं पास हैं.
नारायण प्रसाद- नौतन से विधायक नारायण प्रसाद 10वीं पास हैं. ये उनका दूसरा कार्यकाल है.
लखेंद्र रोशन- पातेपुर विधायक लखेंद्र रोशन ग्रेजुएट हैं.
अशोक चौधरी- उन्होंने पटना विश्वविद्यालय से एमए और 2003 में मगध विश्वविद्यालय से पीएचडी की है.
दिलीप कुमार जायसवाल- एमएलसी दिलीप जायसवाल ने बीएनएम विश्वविद्यालय, मधेपुरा से पीएचडी की है.
संतोष सुमन- हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा प्रमुख जीतन राम मांझी के बेटे संतोष सुमन ने मगध विश्वविद्यालय से पीएचडी और पहले दिल्ली विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में मास्टर किया है.
नीतिन नबीन- बांकीपुर विधायक नीतिन नबीन 12वीं पास हैं.
दीपक प्रकाश- उपेंद्र कुशवाहा के बेटे दीपक प्रकाश इंजीनियर हैं और बिना चुनाव लड़े ही मंत्री बने हैं.
रामकृपाल यादव- दानापुर विधायक रामकृपाल यादव ग्रेजुएट हैं. उन्होंने मगध विश्वविद्यालय से स्नातक किया है.
बिजेंद्र प्रसाद यादव- लगातार कई बार जीते बिजेंद्र प्रसाद यादव 12वीं पास हैं.
श्रेयसी सिंह- जमुई विधायक और अंतरराष्ट्रीय शूटर श्रेयसी सिंह ने हंसराज कॉलेज (दिल्ल्ली विश्वविद्यालय) से ग्रेजुएशन और मानव रचना इंटरनेशनल से MBA किया है.
संजय कुमार सिंह (महुआ)- उन्होंने बाबा साहेब अंबेडकर विश्वविद्यालय से सम्बद्ध जयमूरत राय कॉलेज से ग्रेजुएशन किया है.
संजय कुमार सिंह ‘टाइगर’- आरा विधायक संजय सिंह टाइगर ने उड़ीसा स्कूल ऑफ माइनिंग इंजीनियरिंग से माइन इंजीनियरिंग में डिप्लोमा किया है.
लेशी सिंह- धमदाहा विधायक लेशी सिंह 12वीं पास हैं.
सुनील कुमार- भोरे विधायक सुनील कुमार ने दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफंस कॉलेज से इतिहास में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है.
रमा निषाद- औराई से विधायक रमा निषाद 12वीं पास हैं और महिला कोटे से मंत्री बनी हैं.
जमा खान- चैनपुर से विधायक जमा खान 12वीं पास हैं और इस कैबिनेट में एकमात्र मुस्लिम मंत्री हैं.
मदन सहनी- बहादुरपुर विधायक मदन सहनी ने दरभंगा स्थित कुंवर सिंह कॉलेज (एलएनएमयू) से ग्रेजुएशन किया है.
बिहार कैबिनेट में इंजीनियरिंग, पीएचडी, पोस्ट ग्रेजुएशन से लेकर 10वीं–12वीं पास तक विभिन्न शैक्षिक पृष्ठभूमियों वाले लोग शामिल हैं. ये मिश्रण दिखाता है कि अलग-अलग अनुभव और शिक्षा वाले नेता मिलकर सरकार का संचालन करते हैं.

