Burning of Camphor at Home: भारतीय परंपरा और पूजा-पाठ में कपूर का विशेष महत्व है. इसे शुद्धि और पवित्रता का प्रतीक माना जाता है.पूजा के समय कपूर जलाना न केवल धार्मिक दृष्टि से शुभ होता है, बल्कि वास्तु शास्त्र के अनुसार यह घर के वातावरण को सकारात्मक ऊर्जा से भी भर देता है. कपूर जलाने से वातावरण शुद्ध होता है, नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और मानसिक शांति का अनुभव होता है. यही कारण है कि हमारे ऋषि-मुनियों ने इसे दैवीय और वैज्ञानिक दृष्टि से उपयोगी बताया है.
कपूर और वास्तु दोष
वास्तु शास्त्र कहता है कि यदि घर में बार-बार विवाद होते हों, मन अशांत रहता हो या आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा हो, तो यह वास्तु दोष का परिणाम हो सकता है. ऐसे में नियमित रूप से सुबह और शाम कपूर जलाकर पूरे घर में घुमाने से नकारात्मक ऊर्जा खत्म हो जाती है. कपूर की सुगंध वातावरण को शुद्ध कर देती है और इससे मानसिक तनाव भी कम होता है.
कपूर जलाने के फायदे
नकारात्मक ऊर्जा का नाश – कपूर जलाने से घर में मौजूद नकारात्मक शक्तियाँ नष्ट होती हैं और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है.
धन लाभ में सहायक – मान्यता है कि कपूर जलाने से देवी लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और घर में धन की वृद्धि होती है.
मानसिक शांति – इसकी सुगंध मन को शांति देती है और चिंता, तनाव को दूर करती है.
स्वास्थ्य लाभ – कपूर का धुआँ कीटाणुओं को नष्ट करता है और घर के वातावरण को स्वच्छ बनाता है.
परिवार में सौहार्द – यदि घर में आपसी कलह या तनाव बना रहता है, तो कपूर जलाने से आपसी रिश्तों में मधुरता आती है.
कपूर जलाने की विधि
सुबह और शाम पूजा के समय कपूर जलाकर आरती करना सबसे उत्तम माना जाता है. कपूर को जलाने के बाद पूरे घर में उसकी धूप दिखानी चाहिए. यदि सप्ताह में कम से कम दो बार कपूर को घी या लौंग के साथ जलाया जाए, तो उसका प्रभाव और भी ज्यादा शुभ माना जाता है.
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क्या कहता है विज्ञान?
घर में कपूर जलाना सिर्फ धार्मिक परंपरा नहीं है, बल्कि वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी यह वातावरण को शुद्ध और मन को शांत करने वाला है.यह वास्तु दोष को दूर करता है और जीवन में सुख-समृद्धि लाने का सरल उपाय है. इसलिए, रोजाना कपूर जलाने की आदत डालकर आप अपने घर में सकारात्मक ऊर्जा और सौभाग्य का द्वार खोल सकते हैं.

