Vastu Shastra: हर कोई एक सुंदर घर का सपना देखता है. कुछ लोगों को संपत्ति विरासत में मिलती है, लेकिन ज़्यादातर लोग इसे कड़ी मेहनत और संघर्ष से हासिल करते हैं. जब कोई व्यक्ति घर खरीदता है, तो उसकी सबसे बड़ी इच्छा यह सुनिश्चित करना होती है कि घर में कोई कलह, अशांति या आर्थिक समस्या न हो. वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर के मुख्य द्वार पर कुछ शुभ वस्तुएं रखने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मकता बढ़ती है.
- मुख्य द्वार पर नारियल या सीप रखना बहुत शुभ माना जाता है. यह देवी लक्ष्मी का प्रतीक है और घर में समृद्धि और पवित्रता लाता है. इसे लाल कपड़े में लपेटकर दरवाजे पर लटका दें और रोज़ाना धूप या दीप जलाएं. इसके अलावा, समय-समय पर सीप को गंगाजल से साफ़ करें. इससे नकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश नहीं कर पाती.
- हिंदू परंपरा में, स्वस्तिक और ॐ चिन्हों को शुभता और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है. इन्हें लाल या पीले कपड़े में बांधकर मुख्य द्वार के दाहिनी ओर रखें. इसके बाद, प्रतिदिन रोली या चंदन का तिलक लगाएं. इस उपाय से घर में सुख-शांति और शुभ ऊर्जा बनी रहती है. नींबू-मिर्च की माला लटकाना बुरी नज़र से बचने का एक बहुत ही कारगर उपाय माना जाता है. इसे शनिवार या मंगलवार को बदलना शुभ होता है. हालाँकि, ध्यान रखें कि इसे घर के अंदर नहीं, बल्कि दरवाजे के बीच में लटकाएं. इसके ऊपर काला कपड़ा बांधना और भी फायदेमंद हो सकता है.
- वास्तु के अनुसार, दरवाजे के आसपास का क्षेत्र हमेशा साफ-सुथरा रखना चाहिए. वहाँ टूटी-फूटी या जंग लगी वस्तुएँ न रखें. साफ-सुथरा दरवाजा सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है और घर में सुख-शांति बनाए रखता है.
- मुख्य द्वार पर प्रतिदिन दीपक जलाना अत्यंत शुभ होता है. इससे न केवल उस क्षेत्र की नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है, बल्कि सकारात्मक ऊर्जा भी बढ़ती है. शाम के समय दीपक जलाने से घर में देवी लक्ष्मी का वास होता है.
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