Guru Vakri in Mithun: ज्योतिष के अनुसार बृहस्पति ग्रह को गुरु, देवताओं के आचार्य और समृद्धि तथा ज्ञान का प्रतीक माना जाता है. ये ग्रह जब किसी पर मेहरबान होता है तो उनके जीवन में खुशहाली लेकर आता है. यही वजह है कि गुरु की चाल में होने वाले परिवर्तन से मानव जीवन पर गहरा असर पड़ने वाला है. तो आइए जानते हैं कि किन राशियों के लिए ये ग्रह गोचर लकी होने वाला है?
साल के अंत में, गुरु ग्रह मिथुन राशि में प्रवेश करते हुए वक्री (उल्टी चाल) होंगे. गुरु का यह वक्री होना कुछ राशियों के लिए वरदान से कम नहीं होगा. ज्योतिष गणना के अनुसार इन तीन राशियों की किस्मत गुरु की उल्टी चाल से बदल सकती है, तो आइए जानते हैं कौन-सी हैं वो तीन लकी राशियां?
गुरु (बृहस्पति) वक्री होने से इन राशियों की बदलेगी किस्मत
मिथुन राशि (Gemini):
मिथुन राशि के जातकों के लिए गुरु का वक्री होना लाभदायक हो सकता है. जो लोग नौकरी कर रहे हैं उन्हें प्रमोशन मिल सकता है. व्यापारियों के लिए गुरु की उल्टी चाल उनकी किस्मत को बदल सकती है. व्यापार में आर्थिक लाभ हो सकता है. छात्रों के लिए ये समय शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा रहने वाला है.
तुला राशि (Libra)
तुला राशि के जातकों के लिए गुरु का वक्री होना भाग्य में बहुत बड़ा परिवर्तन ला सकता है. आपके रुके हुए काम पूरे होंगे. लंबे समय से अटकी योजनाएं अब सफलतापूर्वक पूरी होंगी. नौकरी पैशा लोगों को प्रमोशन के साथ इंक्रीमेंट भी मिल सकता है. जो लोग विदेश से जुड़ा व्यापार करना चाहते हैं उनके लिए ये समय बहुत अच्छा माना जा रहा है.
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कन्या राशि (Virgo)
कन्या राशि के जातकों के लिए गुरु का वक्री होना उनको बिजनेस में आर्थिक लाभ दिला सकता है. समाज में आपका मान-सम्मान बढ़ सकता है. पिता और गुरुजनों का सहयोग आपको प्राप्त हो सकता है जो जीवन में आपकी उन्नति करवा सकता है.

