Chhath Puja Rules in Hindi: हिंदू धर्म में छठ पूजा के त्योहार को बेहद पवित्र माना गया है.इस दौरान महिलाएं 36 घंटों का निर्जला व्रत रखती है. छठ का व्रत संतान की लंबी आयु, परिवार की खुशहाली के लिए किया जाता है. छठ पूजा के दौरान छठी मैया और सूर्य देव की पूजा की जाती हैं. आज 25 अक्टूबर से नहाय खाय के साथ ये छठ पूजा शुरू हो गया है. दूसरे दिन कल यानी 26 अक्टूबर को खरना होगा. तीसरे दिन यानी 27 अक्टूबर की शाम में डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा. चौथे दिन यानी अंतिम दिन 28 अक्टूबर को सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा और इसके बाद छठ पूजा का समापन हो जाएगा.
छठ पूजा के दौरान क्या करना है सहीं और क्या करना है गलत?
- छठ के व्रत को बेहद कठिन बताया गया है, इस दौरान कई ऐसे कई नियमों का पालन करना होता है जो कि आसान नहीं हैं. छठ पूजा के दौरान की गई कोई भी चुक व्रत को खंडित कर सकती है. चलिए जानते हैं यहां छठ पूजा के दौरान क्या करना चाहिए और क्या नहीं
- जो महिलाएं छठ का व्रत रख रही हैं, उन्हें सूर्य भगवान को अर्घ्य दिए बिना कुछ भी ग्रहण नहीं करना चाहिए और पूरे 4 दिनों तक जमीन पर सोना चाहिए
- छठ पूजा के दौरान किसी भी तरह के धातु जैसे चांदी, स्टील, पीतल या प्लास्टिक के बर्तनों का इस्तेमाल नहीं किया जाता है, तो ऐसे में आपको इस बात का ध्यान जरूर रखना चाहिए कि छठ पूजा में सिर्फ मिट्टी के चूल्हे और बर्तन का ही इस्तेमाल करें.
- छठ पूजा में साफ-सफाई का ध्यान रखना सबसे जरूरी होता. ऐसे में इस दौरान खुद को भी साफ रखें और अपने आसपास भी गंदगी ना होने दें.
- पूजा के दौरान सात्विक आहार का ही भोजवन करें ही. तामसिक खाने, लहसुन और प्याज से दूर रहना है.परिवार के सारे लोग इस नियम का पालन करें
- छठ पूजा के लिए तैयार किए जाने वाले प्रसाद को गलती से भी जूठा ना करें. प्रसाद बनाने से पहले और बनाते समय कछ भी ना खाएं.
- छठ पूजा के दौरान जो लोग व्रत रख रहें हैं, वो लोग अपशब्द का इस्तेमाल न करें, क्रोध करने से बचें, बड़ो का अनादर ना करें, शांत मन से पूजा अर्चना करें.
Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है. पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें. Inkhabar इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है.