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Shanidev Ka Upay : जब किसी की कुंडली में शनि की साढ़ेसाती या महादशा शुरू होती है, तो लोग घबरा जाते हैं। आसपास के लोग, टीवी वाले, कई पंडित और ज्योतिषाचार्य भी डराने लगते हैं कि अब तो सब उल्टा-पुल्टा होगा। लेकिन क्या वाकई ऐसा होता है?
असल में शनि देव को न्याय का देवता कहा जाता है। मतलब वो इंसान को उसके कर्मों के हिसाब से फल देते हैं। अगर आपने अच्छे काम किए हैं, मेहनत की है, किसी का बुरा नहीं सोचा तो शनि आपको ऊंचाइयों तक पहुंचा सकते हैं। वहीं, अगर आपके कर्म गलत हैं, तो फिर आप राजा से भी रंक बन सकते हैं।
मोदी जी पर चल रही थी साढ़ेसाती
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री से देश के प्रधानमंत्री बने, उस वक्त भी उनकी कुंडली में साढ़ेसाती चल रही थी। यानी शनि से डरने की कोई बात नहीं है। अगर आप सही काम कर रहे हैं, मेहनती हैं और किसी का बुरा नहीं कर रहे तो शनि की साढ़ेसाती आपको ऊपर चढ़ा सकती है।
शनि देव की पूजा कैसे करें?
अक्सर लोग शनि देव की मूर्ति की पूजा करने लगते हैं, लेकिन शास्त्रों के मुताबिक शिला की पूजा करनी चाहिए, यानी एक पत्थर जैसी आकृति पर तिल का तेल और जल चढ़ाना चाहिए। साथ ही पीपल के पेड़ की पूजा भी बहुत शुभ मानी जाती है। हर शनिवार पीपल को जल देना और दीपक लगाना शनि देव को खुश करने का आसान तरीका है।
मजदूरों की मदद से मिलती है शनि की कृपा
अगर आप चाहते हैं कि शनि देव आपसे खुश रहें, तो मंदिर जाकर बड़ी पूजा करने से ज्यादा असरदार गरीबों और मजदूरों की मदद करना है। जो लोग धूप में मजदूरी करते हैं, जो गरीब हैं उन्हें कपड़े, खाना या जरूरत की चीजें देना शनि देव को बहुत पसंद आता है। शनि की कृपा पाने के लिए पूजा-पाठ से पहले जरूरतमंद की मदद करें।
कर्म अच्छे तो फल अच्छे
शनि देव से डरने की कोई जरूरत नहीं है। डरने से कुछ नहीं होगा। अगर आपके कर्म अच्छे हैं, आप मेहनती हैं, और किसी का दिल नहीं दुखाते, तो शनि की साढ़ेसाती भी आपके लिए वरदान बन सकती है।
Disclaimer: इस आलेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है। पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। इन खबर इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है।