Bangladesh Crisis News: बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार जाने के बाद भी राजनीतिक राजनीतिक अस्थिरता और हिंसा का दौर जारी है. हाल ही में छात्र नेता उस्मान हादी की गोली मारकर हुई हत्या के बाद इसमें और उबाल देखने को मिला. इस बीच बांग्लादेश में सियासी हलचल बढ़ गई है. इसकी मुख्य वजह एनसीपी के कार्यवाहक अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के बेटे तारिक रहमान हैं.
तारिक रहमान की लगभग 17 सालों के बाद बांग्लादेश में वापसी हो रही है. तारिक रहमान को लेकर बांग्लादेश एयरलाइंस की एक फ्लाइट गुरुवार सुबह सिलहट उस्मानी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर लैंड हुई. तारिक और उनके साथियों को लेकर फ्लाइट बीजी-102 सुबह 9:57 बजे एयरपोर्ट पर लैंड हुई.
तारिक रहमान की पत्नी और बेटी भी पहुंचीं बांग्लादेश
खालिदा जिया के बेटे तारिक रहमान की फ्लाइट लंदन के हीथ्रो एयरपोर्ट से रात करीब 12:23 बजे उड़ान भरी थी. बांग्लादेश में लैंडिग के समय एक्टिंग चेयरमैन के स्वागत के लिए नेता और समर्थक एयरपोर्ट पर इकट्ठा हुए. तारिक के साथ उनकी पत्नी जुबैदा रहमान, बेटी बैरिस्टर जाइमा रहमान और दूसरे निजी सहयोगी भी बांग्लादेश आए हैं.
तारिक पार्टी नेताओं, समर्थकों और देश को थोड़ी देर के लिए संबोधित करेंगे. वह लोगों को धन्यवाद देंगे और अपनी सुरक्षित वापसी के लिए आभार जताने के लिए एक छोटी प्रार्थना करेंगे. बीएनपी मीडिया सेल के कन्वीनर प्रोफेसर डॉ. मौदूद हुसैन आलमगीर पावेल ने कहा, “तारिक रहमान की फ्लाइट सुबह 09:56 बजे ढाका जाते हुए सिलहट के उस्मानी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर लैंड हुई.”
बीएपी स्टैंडिंग कमेटी के सदस्य सलाहुद्दीन अहमद ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “यह न तो कोई पब्लिक मीटिंग है और न ही कोई फॉर्मल रिसेप्शन प्रोग्राम. यह बस उनके लिए देशवासियों का दिल से शुक्रिया अदा करने और बेगम खालिदा जिया और सभी नागरिकों की भलाई के लिए दुआ मांगने का एक इवेंट है.”
गौरतलब है कि तारिक की वापसी ऐसे समय में हो रही है, जब पूर्व पीएम खालिदा जिया और उनकी मां लंबे समय से गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं. खालिदा जिया खराब स्वास्थ्य स्थिति की वजह से ढाका के एवरकेयर अस्पताल में भर्ती हैं.
कौन हैं तारिक रहमान?
तारिक रहमान का जन्म 20 नवंबर 1965 को हुआ था. तारिक बांग्लादेश के पूर्व राष्ट्रपति रहे जियाउर रहमान और तीन बार प्रधानमंत्री रहीं खालिदा जिया के बड़े बेटे हैं. तारिक रहमान को बांग्लादेश की राजनीति का ‘क्राउन प्रिंस’ कहा जाता है. बांग्लादेश वापसी करने से पहले तारिक रहमान 17 साल का निर्वसन झेल चुके हैं.
पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की पार्टी आवामी लीग पर बैन लगाए जाने और चुनावों में उनकी गैर-मौजूदगी की संभावनाओं के साथ खालिदा जिया की गंभीर हालत के चलते अब तारिक रहमान को ही देश का अगला किंग माना जा रहा है. ऐसे में बांग्लादेश की राजनीति में उनका कद बढ़ गया है.
तारिक रहमान के पिता जियाउर रहमान बांग्लादेश के संस्थापक नेताओं में से एक थे, जिन्होंने 1971 के मुक्ति संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और बाद में राष्ट्रपति बने. हालांकि 1981 में उनकी हत्या कर दी गई, जब तारिक मात्र 15 साल के थे. पति की हत्या के बाद तारिक की मां खालिदा जिया ने बीएनपी की कमान संभाली और देश की पहली महिला प्रधानमंत्री बनीं.
तारिक ने ढाका विश्वविद्यालय से अंतरराष्ट्रीय संबंधों में पढ़ाई की और 23 वर्ष की उम्र में राजनीति में प्रवेश किया. 2000 के दशक में वे बीएनपी के प्रमुख चेहरा बनकर उभरे और मां के कार्यकाल में पार्टी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष बने. उन्हें पार्टी का उत्तराधिकारी माना जाता था.