Vitamin: शरीर को सही तरीके से काम करने के लिए विटामिन की जरूरत होती है. आमतौर पर ये जरूरत संतुलित खानपान से पूरी हो जाती है. लेकिन जब भोजन से पर्याप्त विटामिन नहीं मिलते, तब डॉक्टर जांच के बाद विटामिन की दवाएं लेने की सलाह देते हैं. समस्या तब होती है, जब लोग बिना जांच या डॉक्टर की सलाह के लंबे समय तक विटामिन लेना शुरू कर देते हैं. इससे शरीर में विटामिन जरूरत से ज्यादा जमा हो सकते हैं, जो सेहत के लिए नुकसानदेह है.
जब शरीर में किसी एक या एक से ज्यादा विटामिन की मात्रा सामान्य लेवल से बढ़ जाती है, तो इस स्थिति को मेडिकल भाषा में हाइपरविटामिनोसिस कहा जाता है. ये समस्या अक्सर विटामिन की गोलियां या इंजेक्शन ज्यादा लेने से होती है.
शरीर में विटामिन कैसे बढ़ जाते हैं
डॉक्टर आमतौर पर ब्लड टेस्ट के बाद ही विटामिन की दवा देते हैं. हर दवा की एक तय मात्रा और तय समय होता है. कई बार लोग तय समय पूरा होने के बाद भी दवा लेते रहते हैं या खुद से डोज बढ़ा लेते हैं. यही आदत शरीर में विटामिन की मात्रा को जरूरत से ज्यादा बढ़ा देती है.
ज्यादा विटामिन क्यों होते हैं नुकसानदायक
हर विटामिन का एक संतुलित स्तर जरूरी होता है.
विटामिन ए ज्यादा होने पर आंखों की रोशनी और सिरदर्द से जुड़ी दिक्कतें हो सकती हैं.
विटामिन डी बढ़ने से खून में कैल्शियम ज्यादा हो सकता है, जिससे किडनी स्टोन और बार-बार पेशाब आने की समस्या हो सकती है.
विटामिन ई की अधिक मात्रा खून को जरूरत से ज्यादा पतला कर सकती है, जिससे गंभीर परेशानियां पैदा हो सकती हैं.
ज्यादा विटामिन होने पर दिखने वाले लक्षण
शरीर में विटामिन अधिक होने पर कुछ सामान्य लक्षण नजर आ सकते हैं, जैसे –
सिरदर्द
उल्टी या मतली
दिल की धड़कन तेज होना
पेट में दर्द
त्वचा पर खुजली या दाने
इन लक्षणों को हल्के में नहीं लेना चाहिए.
विटामिन लेते समय किन बातों का ध्यान रखें
बिना ब्लड टेस्ट के विटामिन सप्लीमेंट न लें.
डॉक्टर ने जितनी मात्रा और जितने समय के लिए बताया है, उतना ही लें.
केवल दवाओं पर निर्भर न रहें, अपने खाने में भी फल, सब्जियां और पौष्टिक चीजें शामिल करें.
अगर कोई असामान्य या गंभीर लक्षण दिखें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
विटामिन की कमी जितनी नुकसानदायक है, उतनी ही हानिकारक उनकी अधिकता भी हो सकती है. इसलिए किसी भी तरह की विटामिन की दवा समझदारी और डॉक्टर की सलाह से ही लेनी चाहिए.