Anirudhacharya Maharaj: अनिरुद्धाचार्य महाराज की कथा के दौरान देखने को मिला, जहां मच पर लव-कुश के स्वरूप में दो बाल कलाकार पहुंचे, जैसे ही वे महाराज के सामने आए, पूरा पंडाल भक्तिमय माहौल से भर गया. दोनों बच्चों ने सरल, मधुर और भावपूर्ण शैली में संपूर्ण राम कथा सुनानी शुरू की, जिसे सुनकर वहां मौजूद श्रद्धालु भाव-विभोर हो उठे.
महाराज भी बच्चों की वाणी, अनुशासान और प्रभावशाली प्रस्तुति देखकर प्रसन्न हो गए. उनकी उपस्थिति ने कथा स्थल की पवित्रता और भी बढ़ा दी. दर्शकों का कहना था कि मानो सच में भगवान श्रीराम के पुत्र लव-कुश धरती पर अवतरित होकर रामकथा सुना रहे हों.