Ukraine Indian Diesel Trade: भारी दबाव के बावजूद, अमेरिका समेत यूरोपीय संघ और नाटो के कई देश रूस से तेल खरीदने को लेकर भारत पर लगातार निशाना साध रहे हैं. बौखलाए ट्रंप पहले ही भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगा चुके हैं. इसके अलावा, उनके मंत्री भी लगातार भारत को लेकर बयानबाजी कर रहे हैं. अब इसी कड़ी में यूक्रेन ने भारत को लेकर एक बड़ा फैसला लिया है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूक्रेन अब भारत से आने वाले डीजल पर प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रहा है. इसी कड़ी में, यूक्रेन की एक ऊर्जा सलाहकार कंपनी एनकोर ने सोमवार (15 सितंबर 2025) को घोषणा की है कि 1 अक्टूबर 2025 से यूक्रेन भारत से डीजल खरीद पर प्रतिबंध लगा देगा.
यूक्रेन का भारत को लेकर बड़ा कदम
समाचार एजेंसी रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, यूक्रेन की ऊर्जा सलाहकार कंपनी एनकोर ने इस फैसले पर कहा है कि भारत रूस से भारी मात्रा में कच्चा तेल खरीदता है, इसलिए यूक्रेन को यह कदम उठाना पड़ा है. एनकोर ने आगे कहा कि रूस ड्रोन और मिसाइलों से यूक्रेनी तेल रिफाइनरियों को निशाना बना रहा है. कंपनी के अनुसार, यूक्रेन की सुरक्षा एजेंसियों ने उन्हें भारत से आने वाली सभी डीजल खेपों की जांच करने का आदेश दिया है ताकि रूसी घटकों का पता लगाया जा सके.
एक अन्य सलाहकार कंपनी ए-95 ने बताया कि इस साल गर्मियों के महीनों में यूक्रेन की एक बड़ी तेल रिफाइनरी खराब हो गई, जिसकी भरपाई व्यापारियों को भारत से डीजल खरीदकर करनी पड़ी. यूक्रेनी रक्षा मंत्रालय ने भी भारत से कुछ डीजल खरीदा क्योंकि वह पुराने सोवियत मानकों पर खरा उतरता था.
भारत-यूक्रेन डीजल ट्रेड पर एक नजर
आंकड़ों पर गौर करें तो अगस्त 2025 में यूक्रेन ने भारत से 119,000 टन डीज़ल खरीदा, जो उसके कुल डीज़ल आयात का 18 प्रतिशत है. युद्ध शुरू होने से पहले, यूक्रेन बेलारूस और रूस से डीजल खरीदता था. ए-95 कंसल्टेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, इस साल की पहली छमाही में डीजल आयात पिछले साल की तुलना में 13 प्रतिशत घटकर 2.74 मिलियन मीट्रिक टन रह गया.
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