India-Israel Relations: लगातार रूस से तेल खरीदने की वजह से इस वक्त ट्रंप भारत पर भड़के हुए हैं। इसी वजह से अमेरिका ने भारत पर 50% का भारी टैरिफ लगा दिया है, जो कि एशिया में सबसे ऊंचा और दुनिया में ब्राजील के साथ टॉप पर है। इसके चलते अमेरिका और भारत के रिश्तों के बीच संकट गरमाया हुआ। अमेरिकी राष्ट्रपति के अलावा ट्रंप प्रशासन की तरफ से भी लगातार भारत को लेकर बयान बाजी और झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं।
इन सबके बीच इस साल UNGA में हिस्सा न लेने की खबर सामने आई है। पीएम मोदी की जगह इस बार विदेश मंत्री जयशंकर इसमें हिस्सा लेंगे। वहीं मोदी सरकार की तरफ से अमेरिकी आरोपों को लेकर साफ कर दिया है कि वो अपने लोगों के हितों को आगे रखते हुए फैसले लेगा और किसी के भी आगे झुकेगा नहीं।
अब अमेरिका के सामने भारत के इसी रूख को लेकर, दुनिया में उनकी तारीफ हो रही है। इसी कड़ी में भारत का पूरा सहयोगी इजरायल के एक अखबार ने पीएम मोदी की नीतियों की तारीफ की है, और कहा है कि इजरायल को भी उनसे सीखना चाहिए।
इजरायली अखबार ने की पीएम मोदी की तारीफ
आपको बता दें कि इजराइल के प्रमुख अखबार येरुशलम पोस्ट ने एक लेख प्रकाशित किया है जिसमें लिखा गया है कि इजराइल मोदी से क्या सीख सकता है। इसमें कहा गया है कि ट्रंप के अभूतपूर्व मौखिक हमलों का सामना करते हुए मोदी ने माफ़ी मांगने या झुकने के बजाय राष्ट्रीय सम्मान को सर्वोच्च प्राथमिकता दी।
लेख के अनुसार, यह भारत का स्पष्ट संदेश था कि वह किसी भी हालत में अधीनस्थ राज्य जैसा व्यवहार स्वीकार नहीं करेगा। इजराइल ने खान यूनिस पर हुए हमले में पत्रकारों की मौत के लिए अपनी सेना की ओर से माफी मांगी थी, जिसकी अखबार ने आलोचना की है।
भारत का अडिग रुख, दुनिया कर रही सराहना
जानकारों की मानें तो ट्रंप भारत को नीचा दिखाने के लिए पाकिस्तान के साथ लगातार रिश्ते मज़बूत कर रहे हैं। आर्थिक मदद के साथ-साथ उसके साथ सौदेबाज़ी भी की जा रही है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद एक तरफ़ पाकिस्तान के जनरल जान बचाकर अमेरिका भाग गए थे। वहीं दूसरी तरफ़, भारत उस समय भी अपने रुख़ पर अड़ा रहा। और इसी वजह से आज दुनिया के कई देश भारत की स्वतंत्र कूटनीतिक नीतियों की तारीफ़ कर रहे हैं। इज़राइल इसका एक उदाहरण है।

