Iran Restricted Visa Policy : मीडिल ईस्ट में ईरान-इजरायल के बीच कुछ दिनों तक चली जंग के बाद दोनों देश काफी सतर्क हो गया है। खास करके तेहरान, क्योंकि पहले इजरायल और फिर अमेरिका ने उसके परमाणु ठिकानों को निशाना बनाकर बम बरसाए थे। इसी के बाद वो ईरानी जमीन पर उन लोगों की धरपकड़ में लगा हुआ है जो किसी भी तरह की जासूसी में शामिल हैं। अब इसी कड़ी में तेहरान ने एक ऐसा फैसला लिया है, जिससे सुनने के बाद मुस्लिम देश हैरान हैं।
असल में ईरान लगातार अफगान नागरिकों को अपने देश से अफगानिस्तान डिपोर्ट कर रहा है। पिछले दो महीनों के दौरान उसने लाखों अफगान नागरिकों को वापस ईरान भेजा है। इसके अलावा उसने कई अफगान नागरिकों को जासूसी करने के आरोप में भी गिरफ्तार किया है।
अफगानी लोग कर रहे ईरान की जासूसी!
ईरानी सरकार का मानना है कि अफ़ग़ान नागरिक देश में अराजकता बढ़ा रहे हैं। इसके साथ ही, वे विदेशी देशों के लिए जासूसी भी कर रहे हैं। उसने इस आरोप में कुछ अफगान नागरिकों को फांसी भी दी है। अपने विदेशी दुश्मनों के इशारे पर, वे उसके कई रक्षा संस्थानों और अन्य महत्वपूर्ण स्थानों की तस्वीरें लेकर उन्हें विदेश भेज रहे हैं। ऐसे में, ईरान ने अब अफ़ग़ान नागरिकों के ईरान आने पर सख्त प्रतिबंध लगा दिया है। इसके अलावा, तेहरान ने अफ़ग़ान नागरिकों के लिए वीज़ा नीति भी कड़ी कर दी है।
ईरान ने अफगानी नागरिकों के लिए वीजा नीति की सख्त
ईरान ने अफगान नागरिकों को लेकर अपनी वीज़ा नीति सख्त कर दी है। ईरान ने साफ कहा है कि अब अफगान नागरिक सिर्फ तीन तरह के वीज़ा के आधार पर ही ईरान आ सकेंगे। अगर उनके पास ये तीन तरह के वर्गीकृत वीज़ा नहीं होंगे, तो वे ईरान की यात्रा नहीं कर पाएंगे। इसके साथ ही, अगर कोई देश के अंदर अवैध रूप से रहता हुआ पाया गया, तो ईरान उसके ख़िलाफ़ सख्त कार्रवाई करेगा। ईरान की नई वीज़ा नीति के अनुसार, अफगान नागरिक सिर्फ विशेष मानदंडों के आधार पर ही ईरान आ सकेंगे।
तेहरान के इस कदम के बाद से केवल 3 वीजा पर छूट मिलेगी-
1-स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के आधार पर अफगान नागरिकों को वीजा दिया जाएगा
2-अफगानी नागरिक का ईरान में रिश्तेदार होना जरूरी है इसके तहत उसे वीजा मिलेगा
3-अगर किसी अफगानी नागरिक को किसी ईरानी कंपनी ने ईरान में रोजगार दिया है तो उसके रोजगार लेटर के आधार पर उसे वीजा दिया जाएगा।
7 लाख अफगानी ईरान में मौजूद
इनके अलावा, अफ़ग़ानिस्तान के नागरिकों को ईरान में प्रवेश नहीं मिलेगा। वर्ष 2023 के आंकड़ों के अनुसार, लगभग 30 लाख अफ़ग़ान नागरिक ईरान में रह रहे थे। यूएनएचसीआर के अनुसार, ईरान में कुल 7.62 लाख पंजीकृत शरणार्थी हैं, जिनमें 7.50 लाख अफ़ग़ान और 12,000 इराकी शामिल हैं। एक अनुमान के अनुसार, 20 लाख अनिर्दिष्ट अफ़ग़ान भी ईरान में रहते हैं।

