Iran Free Visa Suspension: ईरान सरकार ने सोमवार को एक बड़ा एलान किया है, जिसमें उन्होंने भारतीयों के लिए फ्री वीजा सेवा को बंद कर दिया है. इस फ़ैसले के बारे में एक बयान जारी किया गया है कि इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ़ ईरान में आम पासपोर्ट रखने वाले भारतीय नागरिकों के लिए वन-वे टूरिस्ट वीज़ा कैंसलेशन नियम पर 22 नवंबर, 2025 तक रोक दिए गए हैं.
कब हुईं थी फ्री वीजे की शुरुआत?
पिछले साल फरवरी से, ईरान ने भारतीयों को कुछ शर्तों के तहत बिना वीज़ा के देश में यात्रा करने की इजाज़त दी थी, जिसका मकसद सेंट्रल एशिया और भारत के कई देशों के साथ डिप्लोमैटिक रिश्ते मज़बूत करना था. यह आम पासपोर्ट रखने वालों पर लागू होता था, जिससे उन्हें हर छह महीने में एक बार 15 दिनों के नॉन-एक्सटेंडेबल स्टे के लिए ईरान में वीज़ा-फ़्री एंट्री करने की इजाज़त मिलती थी, सिर्फ़ टूरिज़्म के मकसद से.
क्या हैं इस रोक का उद्देश्य?
यह सस्पेंशन उन सभी भारतीय नागरिकों पर लागू होता है जिनके पास आम पासपोर्ट हैं. भारतीय यात्रियों को अब ईरान में एंट्री और ट्रांज़िट दोनों के लिए वीज़ा लेना होगा. विदेश मंत्रालय (MEA) ने कहा कि इस फैसले का मकसद नौकरी ढूंढने के लिए बेताब लोगों का फायदा उठाने वाले ऑर्गनाइज़्ड क्रिमिनल नेटवर्क द्वारा वीज़ा छूट के गलत इस्तेमाल को रोकना है.
MEA ने कहा कि उसे कई घटनाओं के बारे में अलर्ट किया गया था, जहां भारतीयों को ज़्यादा सैलरी वाली नौकरियों, खाड़ी या यूरोपीय देशों में आसान ट्रांज़िट और वीज़ा-फ्री नौकरी के मौकों का वादा करके ईरान ले जाया गया था. इसमें कहा गया है कि इनमें से कई लोगों को पहुंचने पर किडनैप कर लिया गया और क्रिमिनल गैंग ने उनके परिवारों से फिरौती मांगी.
क्या कहा गया एडवाइजरी में?
एडवाइजरी में कहा गया कि सरकार का ध्यान कई ऐसी घटनाओं की ओर गया है जिनमें भारतीय नागरिकों को नौकरी का झूठा वादा करके ईरान ले जाया गया ईरान पहुंचने पर, उनमें से कई को फिरौती के लिए किडनैप कर लिया गया. मंत्रालय ने चेतावनी दी कि सस्पेंड किए गए वीज़ा छूट का फायदा उन एजेंटों ने उठाया जो कमज़ोर नौकरी ढूंढने वालों का शिकार करते हैं.
यह नई चेतावनी MEA की इसी तरह की एक एडवाइजरी जारी करने के ठीक एक महीने बाद आई है, जिसमें भारतीयों को नौकरी के बहाने लोगों को ईरान भेजने वाले धोखेबाज एजेंटों के बारे में आगाह किया गया था. मंत्रालय ने नागरिकों से ऐसे ऑफ़र का शिकार न होने की अपील की थी और ज़ोर दिया था कि वीज़ा-फ़्री एक्सेस की सख्त सीमाएं हैं और यह नौकरी पर लागू नहीं होती हैं.