Home > विदेश > एक रहस्यमयी गुफा की वजह से हिल गया दुनिया का सबसे ताकतवर मुस्लिम देश, गिरने लगी लाशें, मंजर देख कांप गए दुनिया भर के मुसलमान

एक रहस्यमयी गुफा की वजह से हिल गया दुनिया का सबसे ताकतवर मुस्लिम देश, गिरने लगी लाशें, मंजर देख कांप गए दुनिया भर के मुसलमान

मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "सैनिकों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद आठ सैनिक शहीद हो गए।" साथ ही कहा कि इलाके में बचाव अभियान जारी है।

By: Divyanshi Singh | Published: July 7, 2025 2:57:05 PM IST



उत्तरी इराक में एक तुर्की सैनिक के साथ दिल दहला देने वाला हादसा हुआ है। तुर्की के रक्षा मंत्रालय ने जानकारी दी, “उत्तरी इराक में एक गुफा के अंदर 2022 में कुर्द आतंकवादियों द्वारा मारे गए एक साथी सैनिक के अवशेषों की तलाश करते समय मीथेन गैस के संपर्क में आने से रविवार को आठ तुर्की सैनिकों की मौत हो गई।” ये सैनिक एक पहाड़ी गुफा के अंदर थे, अवशेषों की तलाश करते समय उनमें से 19 गैस के संपर्क में आ गए। जिससे 8 सैनिकों की दम घुटने से मौत हो गई।

आठ सैनिक शहीद

मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “सैनिकों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद आठ सैनिक शहीद हो गए।” साथ ही कहा कि इलाके में बचाव अभियान जारी है। मंत्रालय ने घटना के लिए ‘क्लॉ-लॉक ऑपरेशन एरिया’ के अलावा कोई विशेष स्थान नहीं बताया, जो अप्रैल 2022 में उत्तरी इराक में कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी या पीकेके के खिलाफ शुरू किए गए ऑपरेशन का संदर्भ है।

सैनिक के अवशेषों की तलाश

मंत्रालय ने कहा कि मीथेन गैस से प्रभावित तुर्की इकाई मई 2022 में सर्च-एंड-क्लियर ऑपरेशन के दौरान आतंकवादी गोलीबारी में मारे गए सेना अधिकारी के अवशेषों की तलाश कर रही थी। टीमें पिछले तीन सालों से उनके अवशेषों की तलाश कर रही हैं, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली है।

40 सालों से चल रहा है संघर्ष 

जिस गुफा में खोज की जा रही थी, वह 852 मीटर (2,795 फीट) की ऊंचाई पर है और माना जाता है कि अतीत में पीकेके द्वारा इसे अस्पताल के रूप में इस्तेमाल किया गया था, हालांकि बाद में तुर्की सैनिकों ने इसे साफ कर दिया था।तुर्की और पीकेके के बीच पिछले 40 सालों से संघर्ष चल रहा है, जो इराक और सीरिया की सीमा तक फैला हुआ है, तुर्की ने उत्तरी इराक में कई ठिकाने बनाए हैं, जहां पीकेके दशकों से मौजूद है। हालांकि, अब तुर्की सरकार और पीकेके के बीच एक समझौता हुआ है, जिसके तहत अगले कुछ दिनों में पीकेके लड़ाकों से अपने हथियार सौंपने की उम्मीद है।

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