H-1B Visa Rule Effect on Indian: अमेरिका में H-1B वीजा रखने वाले भारतीय समुदाय ने शनिवार को डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन (Donald Trump Administration) द्वारा वर्क वीजा पर 1,00,000 डॉलर की फीस लगाने के फैसले के बाद समुदाय में फैली ‘बेहद घबराहट’ के बारे में बताया. दिवाली और साल के अंत में छुट्टियों के मौसम से कुछ पहले यह अचानक लिया गया फैसला परिवारों के लिए मुश्किल में डाल गया है, कई लोगों ने आखिरी समय में अपनी उड़ानें रद्द कर दीं, इनमें एक व्यक्ति ने तो भारत में अपनी शादी की यात्रा भी रद्द कर दी.
अमेरिकी प्रशासन ने क्या कहा? (What did US administration say?)
नए नियम में दोबारा प्रवेश पर प्रतिबंध से जुड़ा होने के कारण, वैध वीजा वाले लोगों को भी विदेश में फंसने का डर सता रहा है. हालांकि, अमेरिकी प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की और कहा कि जो लोग देश छोड़ रहे हैं या भारत जा रहे हैं, उन्हें रविवार से पहले वापस आने या 100,000 डॉलर की फीस देने की ज़रूरत नहीं है, साथ ही कहा कि यह फीस सिर्फ़ नए वीजा धारकों के लिए है, मौजूदा वीजा धारकों के लिए नहीं.
अमेरिका में रह रहे एक भारतीय ने बयां किया दर्द (Indian living in US expressed his pain)
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा अचानक H-1B वीजा के नियमों में किए गए बदलाव की वजह से अमेरिका में रह रहे भारतीयों में डर पैदा हुआ है. एक व्यक्ति ने बताया कि कैसे किसी ने आखिरी समय में अपनी शादी की यात्रा रद्द कर दी, क्योंकि उन्हें नहीं पता कि क्या करें. उन्होंने पीटीआई से बातचीत के दौरान कहा कि एयरपोर्ट पर बोर्डिंग लाइन में खड़े लोग जो कल अपनी शादी के लिए जा रहे हैं. ऐसे लोग इसलिए अपनी यात्रा रद्द कर रहे हैं क्योंकि उन्हें नहीं पता कि क्या करें इसके अलावा, एक अन्य व्यक्ति ने अपनी परेशानी साझा करते हुए कहा कि इस फैसले के कारण लोगों ने दिवाली और दिसंबर की छुट्टियों की योजनाएं रद्द कर दीं.
लोगों ने दिवाली पर भारत जाने की बनाई थी योजना (People had planned to travel to India for Diwali)
जानकारी सामने आ रही है कि लोगों ने दिवाली पर भारत जाने की योजना बनाई थी. वे सभी असमंजस में हैं और उन्हें नहीं पता कि क्या करें. परिवार दिवाली और दिसंबर की छुट्टियों के लिए बहुत पहले टिकट बुक कर लेते हैं. यह वह समय है जब ज़्यादातर लोग यात्रा करते हैं. आगे उन्होंने कहा कि यह वह समय है जब लोग छुट्टियों के दौरान परिवार के साथ रहना चाहते हैं. अब यह हो गया. क्या इसका मतलब यह है कि मैं इस साल यात्रा नहीं कर सकता? यह एक और ‘ओह माय गॉड’ वाला एहसास है.
लोगों ने पारदर्शिता की कमी पर उठाया सवाल (People raised concerns about the lack of transparency)
कुछ लोगों ने इसे ‘यात्रा प्रतिबंध’ बताते हुए कहा कि प्रशासन से इस कदम के बारे में प्रक्रिया में पारदर्शिता की कमी पर सवाल उठाया. यह एक यात्रा प्रतिबंध है! भले ही किसी व्यक्ति के पासपोर्ट पर वैध H-1B वीजा लगा हो, अगर वह यात्रा कर रहा है या छुट्टी पर है, तो वह अमेरिका में प्रवेश नहीं कर सकता, जब तक कि उसके पास USD 1,00,000 की पेमेंट का सबूत न हो. कोई नहीं जानता कि प्रक्रिया क्या है, नियम क्या हैं. सब जगह घबराहट है.
कंपनियों ने जारी किया आंतरिक मेमो (Companies issued internal memos)
प्रमुख टेक कंपनियों के आंतरिक मेमो का हवाला देते हुए एक व्यक्ति ने कहा कि सबसे बड़ा सवाल यह है कि आप देश नहीं छोड़ सकते. मेमो में कर्मचारियों को विदेश यात्रा न करने की सलाह दी गई थी और जो लोग पहले से ही अमेरिका के बाहर हैं, उन्हें 21 सितंबर की समय-सीमा से पहले वापस आने के लिए कहा गया था, जब ट्रंप का आदेश लागू होने वाला था. सभी नियोक्ताओं की पहली बात यही है कि अगर आप अभी देश के अंदर हैं, तो बाहर न जाएं.
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