Nepal bhote koshi bridge:नेपाल में अचानक आई बाढ़ ने चीन की चिंता बढ़ा दी है। मौसम विभाग के मुताबिक तिब्बत की भोटेकोशी नदी में आई बाढ़ का पानी लाल रेखा को पार कर गया है, जिससे नेपाल का निचला इलाका पूरी तरह डूब गया है। नेपाल में आई इस बाढ़ में चीन का पुल भी बह गया है, जिसे उसने मैत्री योजना के तहत बनाया था। पुल के ढह जाने से चीन और नेपाल के बीच सीधा संपर्क टूट गया है।
कांतिपुर मीडिया के मुताबिक मंगलवार तड़के अचानक आई बाढ़ के कारण भोटेकोशी पुल बह गया। चीन इस पुल के जरिए सीधे नेपाल में प्रवेश करता था, लेकिन अब ऐसा नहीं हो सकेगा।
18 लोग लापता
नेपाल के अधिकारियों के मुताबिक बाढ़ में 18 लोग लापता हो गए हैं। इनमें नेपाल पुलिस के कुछ अधिकारी भी शामिल हैं। नेपाल सरकार ने बचाव अभियान शुरू कर दिया है। वहीं लोगों को राहत पहुंचाने के लिए सेना के हेलीकॉप्टर बुलाए गए हैं।आपदा विभाग के अनुसार अचानक आई बाढ़ के कारण सड़क पर मौजूद सभी वाहन पानी में बह गए। चीन से सामान लाने के लिए ट्रक और नए ईवी नेपाल सीमा पर खड़े थे। बाढ़ के कारण भोटेकोशी का पावर प्लांट भी बंद हो गया है।
अचानक बाढ़ कैसे आई?
भोटेकोशी तिब्बत सीमा से सटा हुआ है और नेपाल की आखिरी छुट्टी है। नेपाल मौसम विभाग का कहना है कि भोटेकोशी इलाके में बारिश नहीं हुई है और सोमवार तक इसके जल क्षेत्र में पानी भी नहीं देखा गया था, फिर अचानक बाढ़ कैसे आ गई?नेपाल सरकार ने इस बात की जांच शुरू कर दी है कि कहीं चीन की वजह से तो उसके इलाके में बाढ़ नहीं आई है। दरअसल, भोटेकोशी नदी तिब्बत के कई ग्लेशियरों से जुड़ी हुई है। कहा जा रहा है कि इन्हीं नदियों से भोटेकोशी में पानी आया है।नेपाल सरकार ने जांच के लिए सैटेलाइट इमेज मंगवाने का फैसला किया है।

