Balochistan: बलूचिस्तान लिबरेशन फ्रंट (बीएलएफ) ने एक बार फिर पाकिस्तान में हमलों का दौर शुरू कर दिया है। संगठन ने 8 जुलाई को देर रात बलूचिस्तान के कई ज़िलों में लगातार हमले किए, जिनमें कई सरकारी आवासों और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया। एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, अलगाववादी संगठन बीएलएफ ने इस हमले की ज़िम्मेदारी ली है, जिसे ऑपरेशन नई सुबह कहा गया। इस हमले के साथ ही संगठन ने पाकिस्तान के खिलाफ अपनी वर्षों पुरानी लड़ाई फिर से शुरू कर दी है। रिपोर्टों के अनुसार, पाकिस्तान के विभिन्न हिस्सों पंजगुर, सुरब, केच और खारन में कुल 17 हमले किए गए। इससे पाकिस्तान को भारी आर्थिक नुकसान हुआ।
संगठन के प्रवक्ता ने यह जानकारी दी
बीएलएफ सदस्य मेजर ग्वाराम बलूच ने एक बयान में इस हमले को ‘बलूच राष्ट्रीय मुक्ति संग्राम में एक नई सुबह’ बताया और कहा कि यह अभियान मकरान तट से कोह-ए-सुलेमान पहाड़ों तक फैला हुआ है, जो संगठन के लिए आगे का रास्ता दिखाता है। अब यह बदला एक नए रूप में सामने आया है। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन नई सुबह का उद्देश्य यह दिखाना है कि बलूच लड़ाके बड़े पैमाने पर ऑपरेशन को सफल बनाने में माहिर हैं।
मेजर ग्वाहरम बलूच ने कहा, ‘हमले की योजना बहुत सोच-समझकर बनाई गई थी, ताकि सिर्फ़ सुरक्षा बलों के लोगों और उनके इलाकों को ही नुकसान पहुँचाया जा सके। हालाँकि, अभी बड़े पैमाने पर नुकसान होना बाकी है। ऑपरेशन पूरा होने के बाद सारी जानकारी दी जाएगी।’
सुरक्षा बल ठिकानों की तलाशी ले रहे
बलूचिस्तान में इन हमलों का पैमाना और सटीकता पाकिस्तान के दक्षिण-पश्चिमी प्रांत में आतंकवाद को बढ़ावा मिलने का संकेत देती है, जहाँ संसाधनों के दोहन और सैन्य मौजूदगी से जुड़ी शिकायतों ने लंबे समय से अलगाववादी संगठनों की भावनाओं को भड़काया है। इस हमले के बाद, सुरक्षा बलों ने बुधवार सुबह से कुछ ठिकानों पर तलाशी अभियान शुरू कर दिया, जबकि केच और पंजगुर के कुछ हिस्सों में संचार सेवाएँ बंद रहीं।

