Ahmad Al-Shara In US: अमेरिकी राष्ट्रपति बनने के बाद से ही ट्रंप ने कई ऐसे फैसले लिए हैं, जिसे जानने के बाद दुनिया में सनसनी मच गई. अब इसी कड़ी में यूएस के दोगलेपन का बड़ा उदाहरण सामने आया है. असल में सीरिया के राष्ट्रपति अहमद अल-शरा यूनाइटेड नेशंस की 80वीं आम सभा (UNGA) में हिस्सा लेने के लिए न्यूयॉर्क पहुंचे हैं. ये वही अहमद अल-शरा है, जिसे कुछ साल पहले तक अमेरिका ने ‘स्पेशली डिजिग्नेटेड ग्लोबल टेररिस्ट’ घोषित कर रखा था.
लेकिन जैसे ही बात अमेरिकी पाले में पलटी वैसे ही उसकी नीतियां भी पलट गई और जिस शख्स को पहले कुख्तात आतंकी कहा जाता था. आज उसी को रेड कारपेट बिछाकर अमेरिका में स्टेट गेस्ट ऑनर दिया जा रहा है. ये भी बता दें कि यूनाइटेड नेशंस की 80वीं आम सभा (UNGA) में हिस्सा लेने के लिए नुरुद्दीन अल-अतासी न्यूयॉर्क पहुंचे हैं.
गौर करने वाली बात ये भी है कि लगभग 58 साल बाद ये पहला मौका है जब कोई सीरियाई प्रमुख अमेरिका की धरती पर उतरा है. वो भी तब जब कुछ वक्त पहले तक वो शख्स यूएस की तरफ से आतंकी घोषित रहा है.
ट्रंप की दोहरी नीति
बता दें कि अहमद अल-शरा और ट्रंप के बीच मई में सऊदी अरब में मुलाकात भी हो चुकी है. इस मुलाकात के बाद, वाशिंगटन ने बशर अल-असद के शासनकाल में लगाए गए कई प्रतिबंध हटा दिए, लेकिन 2019 के सीजर एक्ट के तहत लगाए गए सख्त प्रतिबंध अभी भी लागू हैं, क्योंकि उन्हें हटाने के लिए कांग्रेस की मंजूरी की आवश्यकता है।
न्यूयॉर्क यात्रा के दौरान, अल-शारा से उम्मीद है कि वह सीरिया में युद्ध के बाद पुनर्निर्माण प्रयासों के समर्थन में प्रतिबंधों में छूट के लिए दबाव डालेंगे।विश्लेषकों का यह भी कहना है कि वह इस मौके का इस्तेमाल इज़राइल के साथ चल रही सुरक्षा वार्ता को आगे बढ़ाने के लिए भी कर सकते हैं।
शांति की तलाश में सीरिया
सत्ता परिवर्तन होने के बाद भी सीरिया में हालात खराब हैं. पिछले कई समय से चल रहे गृहयुद्ध से अभी भी इस देश को आजादी नहीं मिली है. अल-शरा की सरकार भी शांति स्थापित करने में नाकाम रही है. इसके अलावा हाल के समय में इजरायल की तरफ से भी सीरिया पर बमबारी की गई है, जिसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव बना हुआ है. सीरिया ने इजरायल पर 1974 के डिसएंगेजमेंट पैक्ट के उल्लंघन का आरोप लगाया.
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