Pakistan Afghanistan conflict: अफ़ग़ानिस्तान ने शनिवार रात पाकिस्तान पर हमला किया. अफ़ग़ान बलों ने हेलमंद के बहरामचा के शकीज़, बीबी जानी और सालेहानु इलाकों में तीन घंटे तक अभियान चलाया. अफ़ग़ानिस्तान ने शनिवार देर रात डूरंड रेखा के पास कई पाकिस्तानी सीमा चौकियों पर गोलाबारी की. डूरंड रेखा पर हुई झड़पों के बाद पाकिस्तान और अफ़ग़ानिस्तान के बीच स्थिति बेहद तनावपूर्ण बनी हुई है.
अफ़ग़ानिस्तान और पाकिस्तान के बीच तनाव अब युद्ध में बदल गया है. काबुल में हवाई हमले के तुरंत बाद अफ़ग़ानिस्तान ने जवाबी कार्रवाई की. अफ़ग़ान बलों ने पाकिस्तानी सैन्य चौकियों पर कई विनाशकारी हमले किए. यह गोलाबारी काबुल पर पाकिस्तानी हवाई हमले के जवाब में की गई थी.
अफ़ग़ानिस्तान का भीषण हमला
पाकिस्तानी सीमा के पास रात भर रॉकेट, मोर्टार और भारी मशीनगनों की आवाज़ें गूंजती रहीं. हेलमंद, पक्तिया, खोस्त और नंगरहार में पाकिस्तानी और अफ़ग़ान बलों के बीच भारी गोलाबारी हुई.
दोनों सेनाओं ने रात भर भारी गोलाबारी की. हेलमंद प्रांतीय सरकार के प्रवक्ता मौलवी मोहम्मद कासिम रियाज़ ने बताया कि शनिवार रात डूरंड रेखा के पास बहरामपुर ज़िले में अफ़ग़ान बलों द्वारा की गई जवाबी कार्रवाई में 15 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए. रियाज़ ने आगे बताया कि अफ़ग़ान बलों ने इस कार्रवाई में तीन पाकिस्तानी सैन्य चौकियों पर भी कब्ज़ा कर लिया. उन्होंने आगे बताया कि अफ़ग़ान बलों ने युद्ध सामग्री के रूप में कई हथियार और गोला-बारूद भी ज़ब्त किए.
सात चौकियां तबाह
पाकिस्तानी फ्रंटियर कोर की एक चौकी को भारी नुकसान पहुंचा. कुनार और हेलमंद में कई पाकिस्तानी चौकियां भी नष्ट कर दी गईं. कुर्रम, नंगरहार और कुनार सहित सात चौकियां नष्ट कर दी गईं. एक सुरक्षा सूत्र ने बीबीसी उर्दू को बताया कि पाकिस्तान-अफ़ग़ानिस्तान सीमा पर अंगूर अड्डा, बाजौर, कुर्रम, दीर, चित्राल और बरमाचा सहित कई इलाकों में गोलीबारी हुई.
पाक ने किया हमला
बता दें कि इससे पहले पाकिस्तान ने गुरुवार को अफ़ग़ानिस्तान पर हमला किया था. पाकिस्तान ने काबुल पर मिसाइलें दागी थीं. अफ़ग़ानिस्तान ने दावा किया था कि हमले में कोई हताहत नहीं हुआ. हालांकि इसके बाद अफ़ग़ानिस्तान ने पाकिस्तान को चेतावनी दी थी कि उसे इसके परिणाम भुगतने होंगे.
पाकिस्तान ने काबुल पर हवाई हमला क्यों किया?
पाकिस्तान ने हमले का कारण बताते हुए कहा कि अफ़ग़ानिस्तान ने काबुल में पाकिस्तान-विरोधी विद्रोही समूह तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) को पनाह दी है. पाकिस्तान ने अपने लोगों की जान-माल की सुरक्षा के लिए यह कदम उठाया है और ज़रूरत पड़ने पर भविष्य में भी ऐसी कार्रवाई करता रहेगा.
अफ़ग़ान रक्षा मंत्रालय का कहना है कि पाकिस्तान में ठिकानों पर हमले के बाद सैन्य अभियान अब समाप्त हो गया है. तालिबान सरकार का दावा है कि उसके लड़ाकों ने कई पाकिस्तानी सैन्य चौकियों को निशाना बनाया है. तालिबान लड़ाकों ने तीन पाकिस्तानी सैन्य चौकियों पर कब्ज़ा कर लिया. डूरंड रेखा के पार कुनार और हेलमंद प्रांतों में भी पाकिस्तानी चौकियाँ नष्ट कर दी गईं.
पाकिस्तानी सेना के इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने अभी तक इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है.
रात 10 बजे शुरू हुई गोलीबारी
कुर्रम ज़िले में ज़ीरो पॉइंट के पास तैनात एक पुलिस अधिकारी ने बीबीसी को बताया कि अफ़ग़ानिस्तान की ओर से भारी गोलाबारी शनिवार रात लगभग 10 बजे शुरू हुई. उन्होंने कहा कि उन्हें सीमा के कई हिस्सों से भारी गोलाबारी की खबरें मिली हैं.
अफ़ग़ान रक्षा मंत्रालय ने कहा, “हमारा अभियान आधी रात को समाप्त हो गया.” अगर पाकिस्तान फिर से अफ़ग़ान सीमा का उल्लंघन करता है, तो हमारी सेना देश की रक्षा के लिए पूरी तरह तैयार है. इसके अलावा, सूत्रों के अनुसार, कंधार प्रांत के मैवंद ज़िले में सात पाकिस्तानी सैनिकों ने आत्मसमर्पण कर दिया.
पाकिस्तान के खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत के एक अधिकारी ने मीडिया को बताया कि अफ़ग़ानिस्तान ने चार अलग-अलग जगहों पर हमले किए. पाकिस्तानी सेना ने भारी गोलाबारी से जवाब दिया.
अफ़ग़ानिस्तान के कुनार प्रांत के नारी ज़िले के डोकलाम इलाके में प्रत्यक्षदर्शियों ने बीबीसी को बताया कि तालिबान बलों ने शाम को हल्के और भारी हथियारों से पाकिस्तानी इलाकों पर हमला किया, जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच भीषण लड़ाई हुई.
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया
पाकिस्तान के गृह मंत्री मोहसिन नक़वी ने कहा कि अफ़ग़ानिस्तान आग और खून से खेल रहा है. उनके अनुसार अफ़ग़ान बलों द्वारा नागरिकों पर गोलीबारी करना अंतरराष्ट्रीय कानून का घोर उल्लंघन है. उन्होंने चेतावनी दी कि अफ़ग़ानिस्तान को भारत की तरह ही करारा जवाब मिलेगा. पाकिस्तान की हिम्मत नहीं होगी कि वह उसकी तरफ़ आंख उठाकर भी देखे.
पाकिस्तानी सुरक्षा अधिकारियों ने सीमा पर कई जगहों पर झड़पों की बात स्वीकार की और कहा कि उन्होंने कड़ी जवाबी कार्रवाई की है.
एक पाकिस्तानी सरकारी अधिकारी ने द गार्जियन को बताया, “तालिबान बलों ने कल रात कई सीमा चौकियों पर गोलीबारी की. हमने सीमा पर चार जगहों पर तोपखाने से जवाबी कार्रवाई की.” पाकिस्तानी सेना ने जवाबी हमले में तोपखाने, टैंक तथा हल्के एवं भारी हथियारों का इस्तेमाल किया.

