मैसेजिंग ऐप WhatsApp का इस्तेमाल दुनिया भर में करोड़ों लोग करते हैं. लेकिन पिछले कुछ सालों में व्हाट्सएप पर स्पैम मैसेज (Spam Messages) और अनचाहे प्रमोशनल मैसेज बढ़ गए हैं. इसी वजह से अब Meta कंपनी (WhatsApp की पैरेंट कंपनी) एक बड़ा कदम उठाने जा रही है- अब ऐसे लोगों को मैसेज भेजने पर मासिक सीमा (Monthly Limit) लगाई जाएगी, जो आपके मैसेज का जवाब नहीं देते.
क्या है नया व्हाट्सएप नियम?
Meta ने बताया है कि वह जल्द ही कई देशों में एक नया फीचर टेस्ट करने जा रही है. इस नियम के तहत, किसी ऐसे व्यक्ति को जो आपके मैसेज का जवाब नहीं देता, बार-बार मैसेज भेजने पर लिमिट लगाई जाएगी. इसका मतलब यह है कि अगर आप किसी को मैसेज भेजते हैं और वह रिप्लाई नहीं करता, तो जितने भी मैसेज आपने भेजे हैं- वो सब आपके मासिक कोटा (Monthly Message Cap) में गिने जाएंगे. उदाहरण के लिए, अगर आपने किसी मीटिंग या कॉन्फ्रेंस में किसी को मिला और बाद में आपने उन्हें 3 फॉलोअप मैसेज भेजे लेकिन कोई जवाब नहीं आया, तो ये तीनों मैसेज आपकी लिमिट में जुड़ जाएंगे.
किन यूजर्स पर होगा असर?
Meta के मुताबिक, यह नियम साधारण यूजर्स (Regular Users) पर ज्यादा असर नहीं डालेगा. यह फीचर उन लोगों और कंपनियों को टारगेट करेगा जो:
* बार-बार स्पैम मैसेज भेजते हैं,
* या बिना जरूरत के प्रमोशनल और एडवर्टाइजिंग मैसेज भेजते हैं.
यानी अगर आप अपने दोस्तों या परिवार से कभी-कभी बात करते हैं, तो आपको किसी तरह की समस्या नहीं होगी. लेकिन जो लोग बिजनेस प्रमोशन या पॉलिटिकल कैंपेनिंग के लिए हर किसी को मेसेज भेजते हैं, उनके लिए यह नया नियम कड़ा साबित होगा.
क्यों लिया गया यह फैसला?
WhatsApp पर 3 बिलियन से ज्यादा यूजर्स हैं और पिछले कुछ सालों में यह ऐप राजनीतिक संदेशों, मार्केटिंग प्रमोशन्स और फ्रॉड स्कीम्स के लिए एक आसान टूल बन गया है.
Meta ने पहले भी कई कदम उठाए- जैसे कि:
* एक बार में सिर्फ कुछ लोगों को ही मैसेज फॉरवर्ड करने की लिमिट,
* और क्लिक-टू-चैट रिपोर्टिंग फीचर, लेकिन इनसे भी स्पैम पूरी तरह खत्म नहीं हुआ.
इसलिए अब Meta का यह कदम व्हाट्सएप पर स्पैम और फेक प्रमोशन को कम करने की एक नई कोशिश है.
नया फीचर: यूजरनेम से चैट करने की सुविधा
इसी बीच व्हाट्सएप एक और बड़ा अपडेट ला रहा है- अब आप किसी को फोन नंबर शेयर किए बिना चैट कर सकेंगे. यह फीचर “Username Support” कहलाएगा. यूजर्स अपने नाम के साथ एक यूजरनेम सेट कर पाएंगे, जिससे बिना नंबर बताए भी चैट संभव होगी. हालांकि, यह फीचर प्राइवेसी के लिए अच्छा है, लेकिन इससे स्पैम बढ़ने का खतरा भी हो सकता है. इसीलिए Meta दोनों फीचर्स को जोड़कर इस्तेमाल करने की योजना बना रही है- ताकि यूजरनेम के साथ भी कोई स्पैम या फ्रॉड न कर सके.
कैसे होगा फायदा?
नए नियमों से Meta दो अहम उद्देश्यों को पूरा करना चाहती है:
1. यूजर्स को स्पैम फ्री चैटिंग एक्सपीरियंस देना
2. असली और नकली (genuine vs spam) यूजर्स के बीच फर्क करना
लेकिन यह पूरी तरह इस बात पर निर्भर करेगा कि WhatsApp इस नियम को कितना सख्ती से लागू करता है. अगर स्पैमर इसे किसी तरह बायपास कर लेते हैं, तो समस्या दोबारा लौट सकती है.

