अगर आप चाहते हैं कि आपकी मोटरसाइकिल या स्कूटर सालों तक नई जैसी चले, तो इंजन ऑयल बदलना बेहद जरूरी है. इंजन ऑयल का काम इंजन के मूविंग पार्ट्स को लुब्रिकेट करना, गर्मी को कम करना और धूल या जले हुए कणों को बाहर निकालना होता है. समय के साथ यह ऑयल अपनी ताकत खो देता है, जिससे इंजन पर असर पड़ता है और माइलेज भी घट सकता है.
कब बदलना चाहिए इंजन ऑयल?
भारत में आमतौर पर छोटे कम्यूटर बाइक्स और स्कूटर्स में हर 4,000 से 6,000 किलोमीटर या हर 3 से 6 महीने में इंजन ऑयल बदलना चाहिए. अगर आप ज्यादा ट्रैफिक में चलते हैं या बाइक को रोज लंबे समय तक चलाते हैं, तो आपको इसे और जल्दी बदलना पड़ सकता है.
घर पर इंजन ऑयल बदलने का आसान तरीका
आपको इसके लिए किसी खास इंजीनियरिंग डिग्री की जरूरत नहीं है- बस थोड़ी सावधानी और सही तरीका जानना जरूरी है.
पहला कदम: इंजन को थोड़ा गर्म करें ताकि पुराना ऑयल आसानी से निकले.
दूसरा कदम: बाइक को सेंटर स्टैंड पर लगाएं और नीचे ड्रेन पैन रखें.
तीसरा कदम: ड्रेन प्लग खोलकर सारा पुराना ऑयल बाहर निकलने दें.
चौथा कदम: अगर आपकी बाइक में ऑयल फिल्टर है, तो उसे भी बदलें.
पांचवां कदम: अब मैनुअल के अनुसार नया ऑयल डालें (सही ग्रेड और मात्रा में).
छठा कदम: इंजन स्टार्ट करके ऑयल लेवल जांचें.
सातवां कदम: छिटके हुए ऑयल को साफ करें और पुराना ऑयल पर्यावरण के हिसाब से डिस्पोज करें.
आठवां कदम: अब अगली सर्विस की तारीख और ओडोमीटर रीडिंग नोट करें.
कौन-सा इंजन ऑयल सही रहेगा?
हर बाइक या स्कूटर का मैनुअल आपको बताएगा कि कौन-सी viscosity (SAE grade) और API/JASO रेटिंग वाला इंजन ऑयल सही रहेगा. आप मैनुअल में बताए गए ब्रांड या समान ग्रेड वाले किसी अच्छे ब्रांड का ऑयल इस्तेमाल कर सकते हैं.

