Apple अब भारत में अपने पहले फोल्डेबल iPhone बनाने की तैयारी कर रही है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी ताइवान में एक टेस्ट प्रोडक्शन लाइन बनाने की बात कर रही है और इसके बाद बड़े स्तर पर इसका उत्पादन भारत में किया जाएगा. अगर यह प्लान सफल रहता है, तो 2026 से भारत में फोल्डेबल iPhone का बड़े पैमाने पर निर्माण शुरू हो सकता है.
ताइवान में पायलट प्रोजेक्ट, भारत में मास प्रोडक्शन
Apple के सप्लायर्स ने ताइवान के नॉर्दर्न हिस्से में जमीन देखी है, जहां पर टेस्ट प्रोडक्शन लाइन बनाई जा सकती है. हालांकि अभी यह फाइनल नहीं है. ताइवान में जमीन और लेबर की कमी एक बड़ी चुनौती है, क्योंकि सिर्फ एक पायलट लाइन के लिए ही करीब 1,000 वर्कर्स चाहिए. कंपनी चाहती है कि ताइवान में पहले सभी मशीनें और मैन्युफैक्चरिंग प्रोसेस टेस्ट किए जाएं और उसके बाद भारत में बड़े स्तर पर उत्पादन शुरू किया जाए.
iPhone शिपमेंट में 10% बढ़ोतरी का लक्ष्य
Apple का मानना है कि फोल्डेबल iPhone आने के बाद इसकी डिमांड और भी ज्यादा बढ़ेगी. रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी साल 2026 में करीब 95 मिलियन iPhones बनाने की तैयारी कर रही है, जो पिछले साल की तुलना में 10% ज्यादा होगा. इससे कुल शिपमेंट 240 मिलियन यूनिट्स से भी ऊपर पहुंच सकता है.
चीन से दूरी बनाकर भारत पर फोकस
अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए Apple अब धीरे-धीरे अपनी मैन्युफैक्चरिंग को चीन से बाहर शिफ्ट करना चाहता है. भारत में पहले से ही iPhone का उत्पादन हो रहा है, लेकिन फोल्डेबल मॉडल बनने से भारत का रोल और भी बड़ा हो जाएगा. हालांकि Apple को अभी भी मशीनरी और टेक्निकल सपोर्ट चीन से लाने में मुश्किलें आ रही हैं. इसी वजह से कंपनी भारत में नए सप्लायर्स और ताइवान से इंजीनियरिंग सपोर्ट ला रही है.

