Poco ने अपने नए Poco F8 Ultra और Poco F8 Pro को दुनिया भर में लॉन्च कर दिया है, और पहली नजर में ये फोन बेहद आकर्षक लगते हैं. नाम से ही साफ है कि कंपनी इन्हें हाई-एंड कैटेगरी में पेश कर रही है. इनमें फ्लैगशिप लेवल प्रोसेसर, प्रीमियम डिस्प्ले, तेज चार्जिंग और BOSÉ-साउंड ट्यूनिंग जैसे फीचर्स दिए गए हैं. लेकिन हर चमकती चीज सोना नहीं होती, और यही बात इन फोन्स पर भी लागू होती है. लोग इनके लॉन्च के बाद भी इन्हें लेकर काफी कन्फ्यूज्ड हैं, और कई यूजर्स इन्हें खरीदने से बचने की सलाह दे रहे हैं.
कीमत इतनी हाई कि स्पेसिफिकेशन भी हल्के लगने लगते हैं
Poco F8 Ultra की शुरुआती कीमत £549 (लगभग ₹64,580) है, और इसके टॉप वेरिएंट की कीमत लगभग ₹70,465 तक पहुंच जाती है. वहीं Poco F8 Pro की कीमत भी ₹47,000 से लेकर ₹53,000 के बीच रखी गई है. भारत जैसे मार्केट में, जहां इस प्राइस रेंज में Samsung, iQOO, OnePlus और Xiaomi के बेहतरीन फ्लैगशिप किलर मौजूद हैं, Poco की यह प्राइसिंग कई लोगों को हैरान कर रही है. लोगों का कहना है कि Poco की पहचान हमेशा वैल्यू-फॉर-मनी रही है, लेकिन F8 Ultra और F8 Pro इस फॉर्मूले से काफी दूर लगते हैं.
स्पेक्स दमदार, लेकिन कुछ जगह भारी समझौते
Poco F8 Ultra में 6.9-इंच का 1.5K OLED डिस्प्ले और 120Hz रिफ्रेश रेट है. साथ ही Qualcomm Snapdragon 8 Elite Gen 5 चिपसेट दिया गया है. कागज पर यह बेहद शक्तिशाली लगता है, लेकिन इसका आकार इतना बड़ा है कि यह कई यूजर्स के लिए फोनेटैब जैसा महसूस हो सकता है. इतना बड़ा फोन रोजमर्रा के इस्तेमाल में असुविधाजनक हो सकता है.
कैमरे की बात करें, तो पीछे के तीनों कैमरे 50MP के हैं, जिसमें 5x पेरिस्कोप टेलीफोन भी शामिल है. यह सेटअप अच्छा है, लेकिन लोग डर रहे हैं कि इतनी महंगी कीमत में कैमरा डिलीवर न कर पाया तो?
दूसरी तरफ Poco F8 Pro एक छोटा 6.59-इंच OLED पैनल देता है, लेकिन इसकी रेजॉल्यूशन सिर्फ 1080p+ है—जबकि इस रेंज में बाकी ब्रांड 1.5K या QHD+ डिस्प्ले देने लगे हैं. इसके कैमरे में भी 8MP का अल्ट्रावाइड सेंसर है, जो आज के समय में काफी पीछे माना जाता है.
बैटरी और सॉफ्टवेयर अच्छे हैं, लेकिन ये तो बाकी ब्रांड भी दे रहे हैं
F8 Ultra में 6,500mAh बैटरी और Ultra-fast 100W चार्जिंग दी गई है. F8 Pro भी 6,210mAh और 100W चार्जिंग के साथ आता है. बैटरी और चार्जिंग दोनों ही प्रभावशाली हैं, लेकिन इसी कीमत में iQOO, OnePlus और Xiaomi भी ऐसे ही या इससे ज्यादा तेज चार्जर दे रहे हैं. इसका मतलब Poco के पास कोई अनोखा फायदा नहीं है.
HyperOS 3 (Android 16 आधारित) जरूर एक पॉजिटिव पॉइंट है, और कंपनी 4 साल के OS अपडेट और 6 साल की सिक्योरिटी अपडेट की गारंटी देती है. लेकिन Poco की लंबी अवधि की सॉफ्टवेयर क्वालिटी को लेकर यूजर्स पहले भी शिकायतें कर चुके हैं.
Poco F8 Series: लोग क्यों कह रहे हैं—‘मत खरीदो!’
लॉन्च के बाद सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने कहा कि Poco ने अपनी ब्रांड पहचान से हटकर बहुत महंगी प्राइस रख दी है. लोगों का कहना है कि इतने पैसों में वे OnePlus, Samsung या iQOO जैसा भरोसेमंद ब्रांड लेना पसंद करेंगे, क्योंकि Poco का ट्रैक रिकॉर्ड लंबे समय में उतना मजबूत नहीं रहा है. इसके अलावा कई लोग चिंता जता रहे हैं कि Poco फोन्स की रीसेल वैल्यू कम होती है, और सर्विस सेंटर अनुभव भी हमेशा अच्छा नहीं रहा है. ऐसे में ₹50,000–₹70,000 खर्च करना उन्हें रिस्की लग रहा है.

