BCCI: अजीत अगरकर की अगुवाई वाली सेलेक्शन कमिटी के नए सदस्य, पूर्व भारतीय तेज़ गेंदबाज़ आरपी सिंह (RP Singh) ने रविवार को ईडन गार्डन्स में बंगाल और गुजरात के बीच रणजी ट्रॉफी मैच के दौरान अनुभवी तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद शमी से मुलाकात की. यह मुलाक़ात शमी और अगरकर के बीच हाल ही में सीनियर क्रिकेटर की अनदेखी को लेकर सार्वजनिक रूप से हुई बहस के कुछ दिनों बाद हुई.
Sportskeeda की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सिंह रविवार को ईडन गार्डन्स में मौजूद थे. दिन का खेल खत्म होने के बाद, उन्होंने शमी से विस्तार से बात की. इस सीनियर गेंदबाज़ ने गुजरात के खिलाफ पहली पारी में 3 विकेट लिए थे.
शमी और अगरकर के बीच का तनाव
अगर BCCI की मौजूदा व्यवस्था में चयन के किसी एक पहलू का पालन किया गया है, तो वह यह है कि वे केवल उन्हीं खिलाड़ियों को चुनेंगे जो नियमित रूप से फर्स्ट-क्लास क्रिकेट में खेलकर अपनी फॉर्म और फिटनेस साबित कर सकें. और यही वजह है कि शमी को इस महीने की शुरुआत में वेस्टइंडीज़ के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज़ के लिए नहीं चुना गया था. दाएं हाथ के इस गेंदबाज़ ने, जिन्होंने आखिरी बार इस साल की शुरुआत में चैंपियंस ट्रॉफी टूर्नामेंट में भारत के लिए खेला था, चोटों से जूझते रहने के कारण पिछले 3 सीज़न में सिर्फ़ 2 टेस्ट मैच खेले हैं.
अगरकर ने दुबई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि उन्होंने ज़्यादा क्रिकेट नहीं खेला है. पिछले 2-3 सालों में, मुझे लगता है कि उन्होंने बंगाल के लिए एक मैच और दलीप ट्रॉफी में एक मैच खेला है. इसलिए, एक कलाकार के तौर पर हम जानते हैं कि वह क्या कर सकते हैं. लेकिन, उन्हें कुछ प्रदर्शन करना होगा.
सिर्फ़ टेस्ट सीरीज़ ही नहीं, शमी को ऑस्ट्रेलिया के वनडे दौरे के लिए भी नज़रअंदाज़ किया गया था, जिसमें विराट कोहली और रोहित शर्मा शामिल थे. दोनों ने चैंपियंस ट्रॉफी में भारत के लिए अपना आखिरी मैच भी खेला था.
शमी की नाराज़गी
PTI से बात करते हुए शमी ने कहा कि अपडेट देने की बात करें तो अपडेट देना या अपडेट मांगना मेरी जिम्मेदारी नहीं है. अपनी फिटनेस के बारे में अपडेट देना मेरा काम नहीं है. मेरा काम NCA (सेंटर ऑफ एक्सीलेंस) में जाना, तैयारी करना और मैच खेलना है. वो उनकी बात है, उनको कौन अपडेट देता है, किसने नहीं दिया। यह मेरी जिम्मेदारी नहीं है.
शमी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए, अगरकर ने बताया कि उन्हें वनडे टीम से बाहर करने का कारण फिटनेस से जुड़ी चिंताएं थीं. उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि अगर शमी फिट होते, तो उन्हें टीम में शामिल किया जाता. उन्होंने यह भी खुलासा किया कि चयनकर्ताओं ने पिछले 6-8 महीनों में उनसे कई बार चर्चा की, लेकिन उनकी फिटनेस कभी भी मानकों के अनुरूप नहीं रही.
बेपरवाह शमी ने अगरकर के दावे का जवाब देने में ज़रा भी देर नहीं लगाई और कह कि उन्हें जो कहना है कहने दीजिए. आपने देखा है कि मैंने कैसी गेंदबाज़ी की. यह सब आपकी आंखों के सामने है.
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