Vijay Hazare Trophy: सिक्किम में मुंबई के लिए रोहित शर्मा के शानदार 155 रन बनाने के बाद विराट कोहली ने बुधवार को बेंगलुरु में BCCI के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में आंध्र के खिलाफ 299 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए एक शानदार शतक लगाकर विजय हजारे ट्रॉफी से 15 साल का ब्रेक खत्म किया है.
इस फॉर्मेट में अपने खास अंदाज में बड़े लक्ष्य का पीछा करते हुए, कोहली ने 85 से भी कम गेंदों में तूफानी शतक बनाया है. जो उनका 58वां शतक था. इस महीने की शुरूआत में दक्षिण अफ्रीका सीरीज के बाद चार पारियों में तीसरा शतक था. पारी के अपने पहले रन के साथ, कोहली इतिहास में 16,000 लिस्ट ए रन बनाने वाले सिर्फ नौवें खिलाड़ी बन गए, जिनमें से 14,000 से ज़्यादा रन उन्होंने 2008 में डेब्यू के बाद से भारत के लिए बनाए है.
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कोहली ने विजय हजारे टॉफी में अपनी राज्य टीम दिल्ली के लिए सिर्फ 18 मैच खेले है. दिलचस्प बात यह है कि कोहली आखिरी बार विजय हजारे टॉफी में 15 साल पहले 18 फरवरी 2010 को खेले थे. जब उन्होंने गुड़गांव के टाटा एनर्जी रिसर्च इंस्टीट्यूट ओवल मैदान में सर्विसेज के खिलाफ दिल्ली की कप्तानी की थी. 2010 में अपने आखिरी मैच में कोहली नंबर 5 पर बल्लेबाजी करने आए थे और दिल्ली की 113 रनों की बड़ी जीत में 16 रन बनाए थे, जिसमें मौजूदा BCCI अध्यक्ष मिथुन मन्हास ने शतक लगाया था.
बेंगलुरु में इस पारी के दौरान कोहली ने 50 ओवर के फॉर्मेट में दिल्ली के लिए 1000 रन भी पूरे किए है.
अपने लिस्ट ए करियर के लगभग 20 साल पूरे होने वाले है, कोहली ने इस फॉर्मेट में फरवरी 2006 में दिल्ली के लिए रणजी ट्रॉफी वन-डे टूर्नामेंट में फिरोज शाह कोटला में डेब्यू किया था. उस मैच में उन्होंने बल्लेबाजी नहीं की थी.

