India vs Pakistan Match Controversy Explained: रविवार 14 सितंबर को भारत-पाक मुकाबला होने जा रहा है, जिसके बहिष्कार की मांग भारत के लोगों के बीच काफी चर्चा में है. इसका कारण है 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमला, जिसमे 26 पर्यटकों को बेरहमी से मार दिया गया था. हमले में मारे गए पर्यटकों के परिवार और कई राजनेताओं की तरफ से भारत पाकिस्तान मुकाबले को बॉयकॉट करने की मांग की गई.
एक नज़र भारत-पाक विवाद पर
22 अप्रैल के हमले के बाद दोनों देशों के बीच संबंध और भी ख़राब हो चुके हैं. नई दिल्ली ने पाकिस्तान के साथ सभी द्विपक्षीय संबंध तोड़ दिए थे और सिंधु जल संधि (Indus Water Treaty) भी ससपेंड करने की घोषणा की थी. सरकार का कहना था कि, “आतंकवाद और व्यापार साथ-साथ नहीं चल सकते और खून और पानी साथ-साथ नहीं बह सकते.
भारत ने जवाब में ऑपरेशन सिंदूर के तहत सीमा पार लश्कर-ए-तैयबा (LeT), जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और हिज़्बुल मुजाहिदीन के आतंकी ठिकानों पर हमले किए. हमलों के कारण दोनों देशों के बीच तीन दिनों तक तनाव का माहौल बना रहा. आखिर में 10 मई को युद्धविराम की घोषणा हो गई.
नेताओं के विभिन्न दृष्टिकोण
विपक्षी दलों और कई नेताओं ने भारत को पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलने की अनुमति देने के लिए सरकार की आलोचना की है. आलोचक इसे पहलगाम पीड़ितों और सीमा पर जान गंवाने वाले सैनिकों का अपमान बता रहे हैं. कई नेताओं के मुताबिक, भारत-पाकिस्तान मैच का बॉयकॉट दुनिया को आतंकवाद पर भारत के सख्त कदम को दिखाने का एक मौका है.
भाजपा सांसद और पूर्व खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने इस बात की पुष्टि की कि भारत कोई भी द्विपक्षीय मुकाबला नहीं खेलेगा, जबकि एशिया कप और ICC जैसे इंटरनेशनल टूर्नामेंट में उनका खेलना ज़रूरी है. उन्होंने आगे बताया, “अगर वे ऐसा नहीं करेंगे, तो उन्हें टूर्नामेंट से बाहर कर दिया जाएगा और उन्हें मैच छोड़ना होगा, जिससे दूसरी टीम के स्कोर बढ़ जाएंगे.”
क्या है नई स्पोर्ट्स पॉलिसी ?
पिछले महीने, सरकार ने एक नई स्पोर्ट्स पॉलिसी जारी की जिसमें पाकिस्तान के लिए भारत के नज़रिए को साफ़ तौर पर बताया गया. इसमें सारे द्विपक्षीय खेल संबंधों को खारिज कर दिया गया, जिससे भारत न तो पाकिस्तान की मेज़बानी करेगा और न ही उसका दौरा करेगा, लेकिन इंटरनेशनल और बहुपक्षीय टूर्नामेंट के मैचों में भागीदार होगा.
नीति दस्तावेज़ में कहा गया है, “जहाँ तक द्विपक्षीय खेल आयोजनों का सवाल है, भारतीय टीमें पाकिस्तान में टूर्नामेंट्स में हिस्सा नहीं लेंगी.भारतीय टीमें पाकिस्तान नहीं जाएंगी और पाकिस्तानी टीमें भारत नहीं आएंगी. इंटरनेशनल स्पोर्ट्स इवेंट्स में हम अंतर्राष्ट्रीय खेल नियमों और अपने खिलाड़ियों के हितों का पालन करेंगे.”

